दुबई में रोमांचक मुकाबला: भारत‑बांग्लादेश की टक्कर
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में एशिया कप 2025 का सुपर फोर मैच भारत और बांग्लादेश के बीच हुआ। टॉस जीतकर बांग्लादेश ने पहले गेंदबाज़ी चुन ली, पर भारत की शुरुआती बॅटिंग ने ही मैच का स्वर तय कर दिया। भारत बनाम बांग्लादेश इस टावर में भारत ने 168/6 स्कोर किया, जिसमें अभिषेक शर्मा ने 37 गेंदों में 75 रन की धूम्रपान पारी खेली।
शुरुआती 6.2 ओवर में अभिषेक और शुबमन गिल ने 77 रन का तेज़ी से चलने वाला साझेदारी बनायी। गिल ने 29 रन जोड़कर टीम को स्थिरता दी, पर मध्य क्रम आगे बढ़ नहीं सका। कुल 168 रन बनने के बाद भारत को 41 रन की चुनौती मिली, जो आज के टी‑20 स्तर पर पर्याप्त नहीं माना जाता, पर भारत की गेंदबाज़ी इकाई ने इस लक्ष्य को सुरक्षित बना दिया।
गेंदबाज़ी ने दिखाया जादू, बांग्लादेश को नाकाबिल बनाते हुए
बांग्लादेश का बैटिंग क्रम उलझन में पड़ गया जब जसप्रीत बुमराह ने शुरुआत में ही तन्ज़िद हसन को एक ही रन पर उड़ा दिया। फिर स्पिनर कुलदीप यादव ने तीन विकेट लिए, 3/18 के आँकड़े के साथ। उन्होंने दो लगातार गेंदों में रिषाद हुसैन और तंज़िम हसन को हटाया, जिससे बांग्लादेश को तेज़ी से प्रेशर झेलना पड़ा। वेरुन चकरवर्ती ने दोबारा शॉट लगाते हुए महत्वपूर्ण आउट-इलॉवर ली, जबकि अक्षर पटेल और बुमराह ने भी अतिरिक्त विकेट लेकर टीम की जीत की राह साफ़ की।
बांग्लादेश के लिए एकमात्र बचाव सइफ हसन की 69 रन की पारी थी, जो 127 रन की कुल टीम स्कोर में अहम योगदान था। हसन ने दो बार ड्रॉप्स बचा ली और काफी समय तक टीम को आशा दिलाई, पर अंत में अक्षर पटेल ने बुमराह की गेंद पर उनका पकड़ कर बहुत देर हो गई। बांग्लादेश 127/10 पर 19.3 ओवर में आउट हो गया।
इस जीत से भारत ने न केवल बांग्लादेश के खिलाफ T20 में अपनी बरहाटी (17 जीत में 18 में से) को कायम रखा, बल्कि श्रीलंका को भी टॉर्नामेंट से बाहर कर दिया। अब भारत का फाइनल में मुकाबला पाकिस्तान या बांग्लादेश के जीतने वाले से होगा, क्योंकि अगले दिन बांग्लादेश‑पाकिस्तान का मैच सीधे फाइनल टिकट के लिए नॉकआउट बन चुका है।
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताते हुए कहा, “हमने हर मैच में आत्मविश्वास और दबाव को संभाल कर खेला है। फाइनल से पहले अभी सुधार की गुंजाइश है, पर हमारी गेंदबाज़ी और स्पिन ने पूरे टूर्नामेंट में हमारी ताकत बना ली है।” टीम मैनेजमेंट भी इस जीत से संतुष्ट है, पर वे आगे के मुकाबले में रणनीति को और परिष्कृत करने की बात कर रहे हैं।
एशिया कप 2025 का फाइनल अब भारत के लिये एक और बड़ी चुनौती लेकर आया है। अगर भारत अपनी तेज़ियों, स्पिन और कमर तोड़ने वाले बॉलर के साथ आगे बढ़ता रहता है, तो फाइनल में जीत की संभावना बहुत अधिक दिखती है। दर्शकों के लिए अब सिर्फ़ एक ही सवाल बचा है – क्या भारत इस महाकाव्य टुर्नामेंट को अपने नाम कर पाएगा?