टेनिस कोचिंग: शुरुआती से लेकर उन्नत तक क्या ध्यान रखें
टेनिस सीखना मजेदार है, पर सही कोच और सही तरीका होने पर ही आप जल्दी सुधार देखेंगे। क्या आप शुरुआत कर रहे हैं या अपने बच्चों के लिए ढूँढ रहे हैं — यहां सीधे और काम के सुझाव मिलेंगे। मैं आपको बताऊंगा कि कोच कैसे चुनें, रोज़ाना क्या अभ्यास करें और किन गलतियों से बचें।
कोच चुनने के आसान कदम
सबसे पहले, अनुभव और सर्टिफिकेशन देखें। नामी क्लबों में प्रशिक्षक अक्सर बेहतर बेसिक्स सिखाते हैं, पर छोटे कोच भी अच्छे होते हैं अगर उनका अनुभव खासकर जूनियर ट्रेनिंग में हो। मुफ्त ट्रायल क्लास लें ताकि आप उनकी क्लास मेथड समझ सकें। समूह बनाम प्राइवेट सेशन का चुनाव आपकी जरूरत और बजट पर निर्भर करेगा — बच्चों के लिए समूह सेशन्स दोस्ती और स्पर्धा दोनों बढ़ाते हैं, जबकि निजी सत्र तकनीक तेज़ सुधारते हैं।
कोच से पूछें: उनकी ट्रेनिंग फोकस क्या है (फिटनेस, स्ट्रोक, मैच प्लान), वे प्रगति कैसे मापते हैं, और क्या वे टूर्नामेंट तैयारी कराते हैं। यदि कोच खिलाड़ियों का वीडियो देखते हुए सुधार बताता है तो यह बड़ा प्लस है।
प्रैक्टिकल ट्रेनिंग टिप्स और शेड्यूल
हफ्ते में 2–4 सेशन शुरुआत के लिए उपयुक्त हैं। हर सेशन में वार्म-अप (10 मिनट), स्ट्रोक ड्रिल (20–30 मिनट), फुटवर्क और शॉर्ट गेम (15–20 मिनट) और अंत में कूल-डाउन रखें। छोटे खिलाड़ी (6–12 साल) को तकनीक और मज़े पर ज्यादा फोकस दें; शारीरिक कसरत धीरे-धीरे बढ़ाएँ। किशोर और वयस्क खिलाड़ी में फिजिकल ट्रेनिंग और मैच-टैक्टिक्स जोड़ें।
रूटीन उदाहरण: सोमवार-पिक टेक्निकल, बुधवार-फुटवर्क + फिटनेस, शनिवार-प्रैक्टिस मैच। बता दें कि रिकवरी भी जरूरी है — अत्यधिक अभ्यास चोट का कारण बन सकता है। हफ्ते में एक आराम या हल्की स्ट्रेचिंग वाली दिन रखें।
जरूरी उपकरण: हल्का और सही साइज का रैकेट, बेहतर जूते (साइड सपोर्ट जरूरी), पसीने से बचने वाले कपड़े और पर्याप्त गेंदें। शुरुआत में बहुत महंगा रैकेट न लें; बीच-लेवल रैकेट 6–12 महीने तक काम देगा जब तक आपकी जरूरत साफ न हो।
आम गलतियाँ जिनसे बचें: गलत ग्रिप पर जोर, फुटवर्क की अनदेखी, और लगातार वही एक अभ्यास करना। बेहतर है छोटे-छोटे लक्ष्यों पर काम करें — सर्व बढ़िया हो, बैकहैंड पर सुधार आदि।
टेनिस कोचिंग ढूँढने के आसान तरीके: क्लबसाइट्स देखें, लोकल फेसबुक ग्रुप्स और व्हाट्सएप कम्युनिटी से पूछें, या पास के स्कूल/कैंपस में पूछताछ करें। ट्रायल सेशन के बाद ही पैकेज लें।
अगर आप नियमित मेहनत करते हैं और सही मार्गदर्शन मिलता है तो परिणाम जल्दी दिखने लगते हैं। शुरुआत करते समय धैर्य रखें और छोटी जीतों का जश्न मनाएँ — यही प्रगति की सबसे भरोसेमंद निशानी है।
नोवाक जोकोविच ने 2025 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिकी युवा निशेष बसावरड्डी को हराकर जीत की शुरुआत की। इस बार उनके कोच के रूप में पूर्व नंबर एक खिलाड़ी एंडी मरे उनका साथ दे रहे हैं। जोकोविच ने मरे के मार्गदर्शन की सराहना की और उनके साथ संवाद संभव बनाने वाले नए कोचिंग नियमों का लाभ उठाया। इस साझेदारी के तहत, वह अब दूसरे राउंड में पुर्तगाली खिलाड़ी जेमी फरिया का सामना करेंगे।
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