बजाज हाउसिंग फाइनेंस Q3 नतीजे: मुनाफे में 25% की बढ़त, पहुंचा 548 करोड़ रु

बजाज हाउसिंग फाइनेंस की अद्वितीय वित्तीय प्रगति
बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने हाल ही में घोषित किए गए अपने तिमाही परिणामों के साथ निवेशकों और वित्तीय विशेषज्ञों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए मुनाफे में 25% की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है, जिससे यह मुनाफा 548 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह वृद्धि न केवल वित्तीय स्थिरता को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि प्रबंधन द्वारा अपनाई गई रणनीतियाँ फलदायी रही हैं।
आय और मुनाफा
कंपनी की कुल आय इस तिमाही में 933 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही (Q3 FY24) की तुलना में 25% अधिक है। इस वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने अपने संचालन और बाजार रणनीतियों में उत्कृष्टता हासिल की है। यह वृद्धि दर प्रमुख रूप से उन प्रभावी उपायों के कारण हुई है जो कंपनी ने ग्राहकों को वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अपनाई हैं। आय और मुनाफा में जो वृद्धि हुई है वह बाजार की आवश्यकताओं और ग्राहकों की जरूरतों के अनुकूलन का परिणाम है।
वित्तीय प्रबंधन और संपत्तियां
प्रबंधन अधीन संपत्तियों में बदलाव का संकेत, जून 2024 तक संपत्तियाँ 1.08 लाख करोड़ रुपये तक पहुँची, जिसमें 26% की वार्षिक वृद्धि देखी गई है। इतनी बड़ी स्तर की संपत्तियों का प्रबंधन एक अत्यधिक संगठित और प्रौद्योगिकी-संचालित दृष्टिकोण का प्रमाण है। इसके अलावा, ग्रोस नॉन-परफॉर्मिंग असेट्स (GNPA) का 0.29% पर स्थित होना, और नेट नॉन-परफॉर्मिंग असेट्स (NNPA) का 0.13% पर होना, इंगित करता है कि कंपनी ने जोखिम प्रबंधन पर प्रभावी नियंत्रण रखा है।
अभ्यंतर प्रभावशीलता और मुख्य आंकड़े
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का संचालन प्रभावशीलता में भी सुधार देखा गया है, जहां संचालन खर्च कुल शुद्ध आय का केवल 19.8% था, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 23.2% था। यह उल्लेखनीय है कि कंपनी ने अपने ऑपरेशन खर्चों में कटौती करते हुए अपनी ऑपरेशनल दक्षता को मजबूत किया है। इसके अतिरिक्त, शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) 4% पर रहा, जो पिछले साल की तुलना में 0.1% की मामूली कमी को दर्शाता है।
ऋण और फंड की लागत
कंपनी की ऋण पुस्तिका में 31% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे यह 95,570 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। यह इस बात का प्रमाण है कि कंपनी ने अपने कर्जदारों के चयन और ऋण विस्तार में ध्यानपूर्वक कार्य किया है। वहीं, अनुमतियों में 17% की वार्षिक वृद्धि देखी गई है। लागत में स्थिरता बनाए रखते हुए, फंड की लागत इस तिमाही के लिए 7.9% रही, जो पिछले तिमाही की ही दर थी और पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही से केवल 0.2% अधिक थी।
तरलता और सुरक्षा
तरलता की बात करें तो, कंपनी की तरलता बफर 2,387 करोड़ रुपये रही और तरलता कवर रेश्यो में 179% तक पहुंच गई, जो नियामकीय आवश्यकता का 100% से अधिक है। यह संकेत देता है कि कंपनी न केवल अपने उपकरणों को उपयुक्त तरीके से मैनेज कर रही है बल्कि उसके पास संकट के समय के लिए पर्याप्त तरलता भी है। यह वित्तीय सुरक्षा और निवेशकों के लिए आत्मविश्वास का एक महत्वपूर्ण संकेतक है, जो कंपनी को बाजार में प्रतिस्पर्धा में आगे बनाए रखने में मदद करता है।
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