दिसंबर 2024 में अद्वितीय ब्लैक मून: अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए अनोखे अवसर

दिसंबर 2024 में अद्वितीय ब्लैक मून: अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए अनोखे अवसर

खगोलीय परिदृश्य में ब्लैक मून की अद्भुत घड़ी

30 दिसंबर, 2024 को आसमान में एक दुर्लभ परिदृश्य उभरने जा रहा है जिसे खगोलविद 'ब्लैक मून' के नाम से पुकारते हैं। इस घटना में एक महीने के भीतर दूसरी बार नया चंद्रमा उदय होगा, जो न केवल खगोलशास्त्रीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सितारों से मोहित उपभोक्ताओं के लिए देखने का एक अप्रतिम अवसर भी प्रस्तुत करता है। ज्योतिषियों के अनुसार, ब्लैक मून आमतौर पर 29 महीनों के अंतराल पर घटित होता है और इसी माह में यह अपने आवृत्त मार्ग पर रुक कर रात के आकाश को पूरी तरह से गहरे रंग में रंग देगा।

सौर गतिविधियों का असर और भू-चुंबकीय तूफान

इस खगोलीय घटना के साथ एक और प्रमुख तत्व जुड़ता है—सौर गतिविधि में वृद्धि, जिसमें तीव्र सौर लपटें और कोरोना मास उत्सर्जन (CMEs) सम्मिलित हैं। NOAA का स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (SWPC) ने 1 जनवरी तक एक भू-चुंबकीय तूफान चेतावनी जारी की है। इस तूफान की वजह से 31 दिसंबर को स्तर 3 की तीव्र भू-चुंबकीय तूफान संभावित हैं और 1 जनवरी को स्तर 1 की हल्की तूफान संभावना है।

ठंडी रातों में उत्तरी लाइट्स के आसार

ब्लैक मून और भू-चुंबकीय तूफानों के मेल से उन भारतीय नक्षत्रप्रेमियों के लिए उत्तरी लाइट्स देखने की संभावना बढ़ जाती है। इन तूफानों की तीव्रता जैसे-जैसे पृथ्वी के करीब पहुँचती है, वैसे-वैसे उनकी चमक में वृद्धि हो सकती है जो मध्य क्षेत्र तक पहुँच सकते हैं। उन शहरों में जहाँ वातावरण में प्रकाश प्रदूषण कम है, वहाँ उत्तरी लाइट्स की प्रभावी समझ उपलब्ध हो सकती है।

पर्दे के पीछे: वैज्ञानिक भविष्यवाणियाँ और सलाह

वैज्ञानिकों के अनुसार, जबकि CMEs की संरचना और समय के बारे में स्पष्टता है, इसकी तीव्रता का सही निर्धारण तब तक मुश्किल बनी रहती है जब तक पृथ्वी के पास नहीं पहुँचते। यह खगोल प्रेमियों के लिए इस अद्भुत गतिविधि का सर्वश्रेष्ठ चित्रण करने के एक अनूठा अवसर प्रदान कर सकता है। इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह है कि प्रकाश प्रदूषण से दूर ऐसी जगह का चयन किया जाए जहाँ से उत्तरी लाइट्स केवल नंगी आंखों से नहीं, बल्कि स्मार्टफोन कैमरों से भी देखे जा सकें।

खगोलविदों के लिए कुछ सुझाव

  • शहर की रोशनी से दूर खुले स्थानों में जाएं।
  • अधिकतम मोड में कैमरा सेटिंग्स का उपयोग करें।
  • बड़ी घटनाओं में शामिल होने के बजाय व्यक्तिगत समय का उपयोग करें।
  • अन्य खगोलीय घटनाओं के बारे में जानने के लिए समय समर्पित करें।
  • खासियती रोशनी के अलावा अंतर्निहित शक्तियों की तस्वीर लेने का प्रयास करें।

ब्लैक मून का यह दुर्लभ दृश्य केवल खगोलविदों के लिए ही नहीं, बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणादायी क्षण बनेगा और वास्तव में एक असाधारण खगोलीय घटना के साक्षी होने का अवसर प्रदान करेगा।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

Madhav Kumthekar

सभी को नमस्ते, ब्लैक मून देखनें के लये कुछ टिप्स देता हूँ। सबसे पहले, शहर की रोशनी से दूर ऐसा स्थान चुनें जहाँ आसमान साफ़ हो। कैमरा सेटिंग्स में ISO को हाई रखें और एक्सपोज़र टाइम को बढ़ाएँ। यदि आपके पास ट्राइपॉड नहीं है तो स्थिर हाथ से शटर बटन दबाने की कोशिश करें। अंत में, धूप के बाद भी थोड़ी देर इंतजार करें ताकि आँखें अंधकार के आदत डाल सकें।

Jyoti Bhuyan

यार ये ब्लैक मून तो नज़र मारने लायक है!

Shruti Thar

ब्लैक मून का अवधारण कई वर्ष पुरानी है।
यह तब होता है जब एक महीने में दो बार नया चंद्रमा दृष्टि में आता है।
इस घटना को खगोलविद अक्सर विशेष महत्त्व देते हैं।
अंतरिक्ष विज्ञान में इसे सूर्य और चंद्रमा की कक्षा संबंधी अनियमितता कहा जाता है।
2024 में दिसंबर महीने में यह दुर्लभ रूप से फिर से प्रकट हो रहा है।
साथ में सौर व्यायाम में वृद्धि भी दर्ज की गई है।
सौर लपटें और CME पृथ्वी के वैद्युतीय क्षेत्र को प्रभावित करती हैं।
इससे भू-चुंबकीय तूफान की संभावना बढ़ती है।
भारत के कई हिस्सों में स्तर 3 की तीव्रता का अनुमान लगाया गया है।
इससे उत्तरी लाइट्स या ऑरोरा बोरेलिस का दृश्य होने की संभावना बढ़ती है।
इन रोशनियों को देखने के लिये प्रकाश प्रदूषण रहित स्थान चुनना आवश्यक है।
ग्रामीण इलाकों या पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर दृश्य मिल सकता है।
कैमरा की सेटिंग में एपर्चर को f/2.8 या अधिक खुला रखें।
शटर स्पीड को 10-30 सेकंड के बीच रखकर कई फोटो ले सकते हैं।
अंत में यह घटना विज्ञान शिक्षा के लिये प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

Nath FORGEAU

बिलकुल कूल आइडिया है मैं सर्दी में दादर पहाड़ पे जाऊँगा और रात भर सितारे देखूँगा बस मोबाइल चार्ज रख लेना।

Hrishikesh Kesarkar

कुल मिलाके जानकारी तो ठीक है पर स्रोत का ज़्यादा हवाला देना चाहिए।

Anu Deep

सभी के सुझावों को मिलाकर हम एक छोटा गाइड बना सकते हैं जैसे स्थान, कैमरा सेटिंग और सुरक्षा टिप्स ताकि नया शौक़ी भी आसानी से ब्लैक मून देख सके।