India U19 बनाम England U19: चेलेसफोर्ड में दूसरे टेस्ट का पहला दिन – 229/7, Rew और Ekansh की चमक

India U19 बनाम England U19: चेलेसफोर्ड में दूसरे टेस्ट का पहला दिन – 229/7, Rew और Ekansh की चमक

दूसरे टेस्ट का पहला दिन – इंग्लैंड की जंगली वापसी

कल चेलेसफोर्ड के County Ground में India U19 और England U19 के बीच दूसरा Youth Test शुरू हुआ। शुरुआती ओव्हरों में इंग्लैंड की टॉप‑ऑर्डर ने दो ही ओवर में दो विकेट खो दिए, जिससे 30‑40 में ही स्कोर गिरा। लेकिन कप्तान थॉमस रेइव ने अपना दसका नहीं खोला। 59 रन बनाते हुए उन्होंने टीम को अस्थिर स्थिति से बाहर निकाला।

रेइव के बाद बाज़ी फिर एकांश सिंह के हाथों में चली गई। बिना आउट हुए, एकांश ने 66 रन बनाकर इंग्लैंड को 229/7 तक पहुंचाया। उनका partnership 112 रन का था, जो किसी भी दबाव भरी पिच पर खेलते हुए बहुत काबिल‑ए‑तारीफ़ है। उनका हाथ मजबूत और तकनीकी था, इसलिए दिखा कि कैसे एक युवा कप्तान और एक शुरुआती बल्लेबाज मिलकर टीम को बचा सकते हैं।

भारत की गेंदबाज़ी – सामंजस्य की मिसाल

भारत की गेंदबाज़ी – सामंजस्य की मिसाल

भारत ने इस खेल में अपनी गेंदबाज़ी को सही संतुलन के साथ चलाया। पहले ओवर में ही आदित्य रावत ने तेज़ गति से दो विकेट लिये, फिर आरएस अम्ब्रिश और नामन पुश्पक ने भी क्रमशः दो‑दो विकेट लेकर दबाव को बढ़ाया। हेनिल पटेल ने एक विकेट लेकर अपने हाथ जोड़ दिया। कुल मिलाकर सात विकेट चार गेंदबाज़ों ने साझा किए, जिससे इंग्लैंड की गति धीमी पड़ गई।

गेंदबाज़ी की विविधता ने इंग्लैंड को लगातार सोच में डाल दिया। तेज़ बॉल, स्विंग और मध्यम गति की लम्बी डिलीवरी ने बल्लेबाजों को असहज कर दिया। इस प्रकार भारत ने दिखा दिया कि युवा टीम भी रणनीतिक रूप से खेल सकती है।

पहले टेस्ट में भारत ने 540 रन बनाए थे, जहाँ कप्तान आयुष मत्रे ने 102 बनाये थे। इंग्लैंड ने 439 पर जवाब दिया और फिर भारत को 248 पर all out करके 350 की लक्ष्य सेट किया। आज के सत्र में इंग्लैंड 270/7 पर थामा रहा, जिससे मैच अंत में ड्रॉ हुआ।

  • आदित्य रावत – 2 विकेट
  • आरएस अम्ब्रिश – 2 विकेट
  • नामन पुश्पक – 2 विकेट
  • हेनिल पटेल – 1.wicket

दूसरे टेस्ट का पहला दिन इस तरह समाप्त हुआ। दोनों टीमों ने अपने-अपने टैलेंट को सामने लाया, जहाँ इंग्लैंड की मध्य क्रम ने लड़ाई लड़ी और भारत की गेंदबाज़ी ने कंट्रोल दिखाया। आगे और भी रोमांचक क्षणों की उम्मीद है।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

Pravalika Sweety

भारत की गेंदबाज़ी ने आज की पिच पर अपने सामंजस्य का बेहतरीन प्रदर्शन किया।

anjaly raveendran

दूसरे टेस्ट के प्रथम दिवस में इंग्लैंड की शुरुआती गिरावट ने सभी दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। दो ओवर में दो विकेट गिरना निश्चित ही टीम के मनोबल को झकझोरता था। फिर भी थॉमस रेइव ने शांत मन से अपना खेल जारी रखा और 59 रन बना कर टीम को स्थिर किया। उसकी यह इनिंग वास्तव में एक उदाहरण है कि दबाव में कैसे फोकस बनाए रखा जाता है। रीव के बाद एकांश सिंह ने अपने ठोस तकनीक के साथ 66 रन जोड़कर इंग्लैंड को 229/7 तक पहुंचाया। उनका 112 रन का साझेदारी इस पिच पर अत्यंत सराहनीय था। भारतीय गेंदबाज़ों ने तेज़ बॉल, स्विंग और मध्यम गति के मिश्रण से इंग्लैंड को लगातार सोच में डाल दिया। आदित्य रावत, आरएस अम्ब्रिश, नामन पुश्पक और हेनिल पटेल ने मिलकर कुल सात विकेट लिए। इस विविधता ने इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को नाकाबंद कर दिया। भारत ने पहले टेस्ट में 540 रन बनाकर अपना बल दिखाया था और इस बार भी उन्होंने घातक गेंदबाज़ी जारी रखी। आयुष मत्रे के शतक तथा टीम की कुल स्कोर ने विरोधी टीम को कठिन स्थिति में डाल दिया। अंत में इंग्लैंड 270/7 पर थामा रहा, जिससे मैच ड्रॉ हो गया। इस खिलाड़ी प्रदर्शन से स्पष्ट है कि यू-19 स्तर पर भी रणनीति और तकनीक का महत्व है। भविष्य में इन दोनों टीमों के युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकेंगे। कुल मिलाकर, यह मैच दोनों पक्षों के लिए सीखने का एक शानदार अवसर रहा।

Danwanti Khanna

वाह! क्या शानदार बैटिंग थी, रेइव और एकांश का कॉम्प्लीमेंट्री फॉर्म, सच में बहुत मज़ेदार था, देखते ही देखते पिच पर छाप छोड़ दिया!
ऐसे पलों में यूथ क्रिकेट का मज़ा दोगुना हो जाता है, है ना?

Shruti Thar

इंडिया ने कुल सात विकेट लेकर इंग्लैंड को नियंत्रित किया और अंत में मैच ड्रॉ हुआ।

Nath FORGEAU

yo bro, game ka vibe bht mast tha, but thoda umpire ka call weird lag rha tha lol

Hrishikesh Kesarkar

गेंदबाज़ी ठीक थी, पर बॅटिंग में कमी दिखी।

Manu Atelier

जब हम इस मैच को गहन दृष्टि से विश्लेषण करते हैं, तो स्पष्ट होता है कि भारत की रणनीतिक गेंदबाज़ी ने न केवल अंक प्राप्त किए, बल्कि विरोधी टीम के मनोवैज्ञानिक संतुलन को भी विचलित किया। इस प्रकार, खेल के सिद्धांत में यह सिद्ध हो जाता है कि सामूहिक प्रयास और वैकल्पिक रणनीति सफलता की कुंजी हैं।

Sreenivas P Kamath

भाई रे, अंकुश नहीं तो यार, शाब्दिक तौर पर कहूँ तो रेइव की पोस्ट‑लाइन सुनकर तो लगता है कि हमें सिखाने वाला कोच हमें "ड्रॉप बॉल्स" सिखाएगा, वाह! लेकिन सच में, टीम ने जो समन्वय दिखाया, वह काबिले‑तारीफ़ है।

Chandan kumar

हाहा, कोच की बात सही है, पर आज की पिच तो सबको बराबर बनाती है।

Swapnil Kapoor

यदि आप गेंदबाज़ी के विविधता को देखें तो स्पष्ट है कि तेज़ बॉल, स्विंग और मेडियम पेस की मिश्रण ने इंग्लैंड को लगातार असंतुलित किया; इस रणनीति को निरंतर अपनाने से भारत की जीत की संभावनाएँ बढ़ेंगी, इसलिए मैं सुझाव दूँगा कि आगामी टेस्टों में इसी तरह का संतुलन रखा जाए।

kuldeep singh

क्या बात है! इंग्लैंड की बैटिंग आज सुबह कुछ नहीं थी, वैसी ही जैसे बारिश में कागज़ की नाव! लेकिन फिर भी उनका संघर्ष सराहनीय है, बस थोड़ा और मेहनत चाहिए।

Shweta Tiwari

सवाल यह उठता है कि क्या भारत की गेंदबाज़ी की विविधता ने वास्तव में इंग्लैंड को स्थिर किया, या फिर पिच की परिस्थितियों ने अधिक योगदान दिया? इस बिंदु पर विस्तृत विश्लेषण आवश्यक है।

Sridhar Ilango

देखिए, इस प्रकार का खटकता अहम्‍भाव, इस विवादास्पद स्वर में, बेशक दर्शकों के दिलों को झकझोरता है, परन्तु यदि हम एक गहरी द्रष्टि से इस खेल को देखें तो स्पष्ट हो जाता है कि इंग्लैंड की इस फ्लेयर वाली इनिंग, जो कि कुछ हद तक निराशाजनक थी, वास्तव में एक नाटकीय परिप्रेक्ष्य प्रदान करती है-जैसे कि परिदृश्य में एक तेज़ी से बदलता हुआ गड्ढा, जहाँ बॉल की गति और स्विंग एक साथ मिलकर जटिल रूप से घुमावदार पैटर्न बनाते हैं। इस जटिलता को समझने के लिये, हमें न केवल बॉल की गति, बल्कि बटरफ्लाई प्रभाव वाले तथ्यों को भी देखना पड़ेगा, जो कि अक्सर अनदेखी रह जाते हैं। इसलिए, यह कहना सुरक्षित रहेगा कि इस खेल में न केवल तकनीकी कौशल, बल्कि मनोवैज्ञानिक चापलूसी का भी भरपूर मिश्रण है, जो दर्शकों को असीमित रोमांच प्रदान करता है।

priyanka Prakash

बिलकुल सही कहा, हमारे युवा खिलाड़ी अपने रेकार्ड को स्थापित कर रहे हैं और हमें गर्व महसूस होना चाहिए; इस जीत की राह में हमें सभी बाधाएँ तोड़नी होंगी।