JEE-Advanced परिणाम: दिल्ली ज़ोन के वेद लाहोटी टॉपर, बोम्बे की द्विजा डी पटेल महिला टॉपर

JEE-Advanced परिणाम: दिल्ली ज़ोन के वेद लाहोटी टॉपर, बोम्बे की द्विजा डी पटेल महिला टॉपर

JEE-Advanced परिणाम: दिल्ली ज़ोन के वेद लाहोटी टॉपर

जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (एडवांस्ड) के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं और इस बार दिल्ली के वेद लाहोटी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया है। वेद ने कुल 360 में से 355 अंक हासिल किए हैं। यह उनके कठिन परिश्रम और कठिनाइयों का सबूत है कि कैसे उन्होंने यह उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किया।

महिला टॉपर: द्विजा डी पटेल

इस बार की परीक्षा में महिला उम्मीदवारों का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा। गुजरात के राजकोट से द्विजा डी पटेल ने बोम्बे ज़ोन से जुड़कर महिला टॉपर का स्थान प्राप्त किया। द्विजा ने 332 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंकिंग में 7वां स्थान पाया है। यह उनके कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प का उत्कृष्ट उदाहरण है।

टॉप 10 में अन्य उम्मीदवार

टॉप 10 में विभिन्न ज़ोन से कई उम्मीदवारों ने भी स्थान प्राप्त किया है। दिल्ली ज़ोन से आदित्य (AIR 2) ने दूसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई। मद्रास ज़ोन से भोगल पल्लि संदेश (AIR 3), पुट्टी कुशल कुमार (AIR 5) और अल्लड्बोइना एसएसडीबी सिध्विक सुहास (AIR 10) जैसे प्रतिभाशाली छात्र टॉप 10 में स्थान पाने में सफल रहे। रुड़की ज़ोन से रिदम केडिया (AIR 4) और बोम्बे ज़ोन से राजदीप मिश्रा (AIR 6), ध्रुविन एच दोशी (AIR 9) भी इस सूची में शामिल रहे।

परीक्षा के आँकड़े

इस बार की परीक्षा में कुल 1,80,200 छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें से 48,248 छात्रों ने योग्यता प्राप्त की। इनमें से 7,964 महिला अभ्यर्थी थीं। इसके अलावा, अनुसूचित जाति (SC) के 29,639 छात्रों में से 13,835 ने परीक्षा उत्तीर्ण की, जबकि अनुसूचित जनजाति (ST) के 13,935 छात्रों में से 5,087 ने योग्यता प्राप्त की।

फॉरेन कैंडिडेट्स का प्रदर्शन

इस बार परीक्षा में विदेशी उम्मीदवारों का भी हिस्सा बढ़ा है। कुल 158 विदेशी उम्मीदवारों ने इस परीक्षा में भाग लिया, जिसमें से 7 उम्मीदवारों ने परीक्षा उत्तीर्ण की।

इस परीक्षा के परिणाम से यह स्पष्ट होता है कि किस तरह से छात्र और युवा प्रतिभाएं भारतीय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में प्रवेश पाने के लिए कठिन परिश्रम कर रही हैं। इस प्रकार की परीक्षा उम्मीदवारों के ज्ञान और सूझबूझ का सबसे बड़ा परीक्षण होती है और इस परीक्षा में सफल होने वाले सभी छात्रों को बधाई देना सिर्फ सही नहीं, बल्कि आवश्यक भी है।

अधिक जानकारी पर ध्यान दें

आने वाले दिनों में इन सफल छात्रों का इसके आगे का सफर कैसे रहेगा, यह देखना भी दिलचस्प होगा। IIT में प्रवेश पाने के बाद उन्हें और भी कई बड़े और कठिन चुनौतियां मिलेंगी, जिनका सामना उन्हें करना होगा। लेकिन इस परीक्षा में मिली सफलता उनके आत्मविश्वास को निश्चित रूप से बढ़ावा देगी और उन्हें आने वाली परीक्षाओं और जीवन के अन्य पहलुओं के लिए तैयार करेगी।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

Pravalika Sweety

वेद लाहोटी की सफलता वास्तव में प्रेरणादायक है।
उन्होंने दिखाया कि कड़ी मेहनत और समर्पण से शीर्ष स्थान हासिल किया जा सकता है।
इस तरह के परिणाम सभी aspirants को उत्साहित करेंगे।
साथ ही, द्विजा पटेल जैसे महिला टॉपर का प्रदर्शन भी सराहनीय है।

anjaly raveendran

जैसे ही परिणाम घोषित हुए, मेरे दिल की धड़कन तेज़ हो गई।
वेद लाहोटी ने लगभग पूर्ण अंक प्राप्त कर यह साबित कर दिया कि सीमाएँ केवल मन की होती हैं।
उनका 355 में से 355 अंक ऐसा ही एक शाब्दिक चमत्कार है, जिसे शब्दों में बँधना मुश्किल है।
द्विजा पटेल की 332 अंक वाली उपलब्धि भी ऐसा ही एक महाकाव्यिक अध्याय जोड़ती है।
यह सब हमें याद दिलाता है कि कड़ी परिश्रम और दृढ़ संकल्प मिलकर अकल्पनीय शिखर पर ले जा सकते हैं।
इस सफलता के पीछे का हर संघर्ष एक नए अध्याय की शुरुआत है।

Danwanti Khanna

वास्तव में, इस परिणाम से न सिर्फ छात्र, बल्कि पूरे भारत का उत्सव बढ़ता है, वहीँ! वेद लाहोटी की कहानी सुनकर मन में एक अटूट गर्व की भावना जागी है, और द्विजा पटेल की झंकार भी दिल को छू गई,। इस तरह के उच्च अंक सभी को प्रेरित करेंगे, आगे भी मेहनत करने के लिए।

Shruti Thar

जाँच के आँकड़े दिखाते हैं कि केवल अंक ही नहीं, बल्कि व्यापक प्रतिनिधित्व भी महत्वपूर्ण है।
ज़ोन‑वार टॉपर्स ने विभिन्न पृष्ठभूमियों को उजागर किया।

Nath FORGEAU

बधाई हो सभी टॉपर्स को।

Hrishikesh Kesarkar

उपरोक्त बातों में वास्तव में बहुत अधिक गुलाब जामुन नहीं है; वास्तविक विश्लेषण चाहिए।

Manu Atelier

परिणामों की गहनता को देखते हुए, यह स्पष्ट होता है कि प्रतिस्पर्धा केवल शैक्षणिक क्षमता नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी परीक्षण है।
इस संदर्भ में, यह विचार आवश्यक है कि वर्तमान शैक्षणिक ढाँचा ऐसे उच्च मानकों को स्थायी रूप से बनाए रख सके।

Anu Deep

जैसे ही JEE‑Advanced के परिणाम सामने आए, पूरे देश में उत्साह की लहर दौड़ गई।
वेद लाहोटी ने 355 अंक प्राप्त करके यह साबित किया कि निरंतर प्रयास का फल मीठा होता है।
उनकी सफलता छात्रों को बताती है कि लक्ष्य स्पष्ट हो तो कठिनाइयाँ केवल कदमों के पत्थर बनती हैं।
द्विजा डी पटेल का 332 अंक वाला प्रदर्शन महिला सशक्तिकरण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
यह देखना दिलचस्प है कि विभिन्न ज़ोन से टॉपर्स ने अपनी विविध पृष्ठभूमियों को एक साथ लाया है।
दिल्ली, मद्रास, बॉम्बे और रुड़की के नाम अब सिर्फ स्थान नहीं बल्कि शिक्षा की शान बन गए हैं।
परीक्षा में भाग लेने वाले 1,80,200 छात्रों में से 48,248 ने योग्यताएँ प्राप्त कीं जो एक उच्च प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।
विशेषकर, 7,964 महिला अभ्यर्थी में से कई ने अपने कौशल को साबित किया है।
जैसे ही हम आगे देखते हैं, SC और ST वर्ग के छात्रों की सफलता दर भी सराहनीय है।
अनुक्रम में, 13,835 SC और 5,087 ST छात्रों ने टॉप रैंक प्राप्त की।
विदेशी उम्मीदवार भी इस बार सक्रिय रहे, जिसमें 7 छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की।
इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि भारत की शैक्षणिक प्रतियोगिताएँ अब वैश्विक स्तर पर भी मान्य हो रही हैं।
परिणामों से यह स्पष्ट होता है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उचित मार्गदर्शन का मिश्रण सफलता की कुंजी है।
भविष्य में इन टॉपर्स को IIT में प्रवेश मिलने के बाद नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
परंतु वह चुनौतियों को पार करने की शक्ति उन्हें पहले ही इस परीक्षा में मिली है।
अंत में, सभी सफल उम्मीदवारों को हार्दिक बधाई और उनके आगे के सपनों को साकार करने की शुभकामनाएँ।

Preeti Panwar

आपकी छोटी लेकिन सटीक बधाई ने दिल को छू लिया 🎉👏