Jemimah Rodrigues: भारतीय महिला क्रिकेट की नई मिडल‑ऑर्डर शिल्दियॉं

Jemimah Rodrigues: भारतीय महिला क्रिकेट की नई मिडल‑ऑर्डर शिल्दियॉं

शुरुआत से लेकर आज तक: एक चमकती हुई कहानी

जब Jemimay Rodrigues ने मुंबई के मामूली मैदानों से कदम रखा तो उन्हें टीम इंडिया में सबसे छोटे खिलाडी के रूप में स्नेहपूर्वक "बेबी" कहा जाता था। उनके पिता, जो खुद एक एमीच्योर कोच थे, ने बचपन से ही उनके स्विंग, फुटवर्क और आक्रमणकारी सोच को निखारा। बेटी के लिए क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक पहचान बन गया।

17 वर्ष की आयु में November 2017 में उन्होंने U‑19 वन‑डे में 163 गेंदों पर 202* बनाकर इतिहास रचा। 21 सीम, 9 छक्के और एक शाश्वत रिकॉर्ड के साथ, वे Smriti Mandhana के बाद दूसरी महिला बनीं जिन्होंने 50‑ओवर में दोहरा शतक किया। इस पार करने वाले प्रदर्शन से पहचाने जाने के बाद, उन्होंने Gujarat के खिलाफ 142 गेंदों पर 178* की और एक बार फिर अपनी निरंतरता सिद्ध की।

डोमेस्टिक सर्किट में उनका नाम सुव्यवस्थीत था – मुंबई, महाराष्ट्र और राष्ट्रीय स्तर पर तेज़ी से उनका रोल बढ़ता गया। इस बारम्बारता ने राष्ट्रीयSelectors का ध्यान खींचा और 2018 में उन्हें भारत की महिला टीम में बुला लिया गया।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर उभरना और विश्व कप की तैयारी

अंतरराष्ट्रीय मंच पर उभरना और विश्व कप की तैयारी

13 फरवरी 2018 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ T20I डेब्यू और 12 मार्च 2018 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ODI डेब्यू के साथ, Rodrigues ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला कदम रखा। शुरुआती समय में उन्होंने सीमावली पालन और तेज़ स्कोरिंग दोनों पक्ष दिखाए, जिससे जल्दी ही वे टीम की मध्य-ऑर्डर की मुख्य कड़ी बन गईं।

2022 में एशिया कप और एशियाई खेलों में भारत की जीत में उनकी भूमिका उल्लेखनीय थी। कठिन परिस्थितियों में उन्होंने कई बार नयी शॉट्स और रोटेशन का प्रयोग करके संकल्प दिखाया, जिससे टीम की कुल स्कोर में स्थिरता आई।

दिसंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1ली ODI में उन्होंने 77 गेंदों पर 82 रन बनाए। यह न सिर्फ भारत के लिए 282/8 का ऐतिहासिक लक्ष्य था, बल्कि यह भी दर्शाता था कि वह बड़े विरोधियों के सामने भी ठहराव नहीं दिखाती।

2024 का साल उनके लिए उतना शानदार नहीं रहा – 12 ODI में केवल एक अर्धशतक। इस गिरावट के बाद, 2025 में वह फिर से चमक उठीं। जनवरी 2025 में राजकोट में आयरलैंड के खिलाफ 91 गेंदों पर 102* बनाकर उन्होंने भारत को 370/5 का रिकॉर्ड स्कोर दिलाया। इस जीत ने उन्हें ICC के महिला ODI बैटिंग रैंकिंग में 19वें स्थान पर ले आया, 563 पॉइंट्स के साथ।

WPL में दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 2.2 करोड़ रुपये की बोली में खरीदा। दोनो सीज़न में उन्होंने 27 मैचों में 507 रन बनाए, स्ट्राइक रेट 139.67, और 69* की स्क्रीनिंग के साथ टीम को फाइनल तक पहुंचाया। उनकी बहुमुखी बल्लेबाज़ी – कभी आक्रमणात्मक, कभी शांत – उन्होंने दिल्ली को एक संतुलित लाइन‑अप दिया।

सप्टेम्बर 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ODI सीरीज़ में वायरल बुख़ार के कारण उनका बाहर होना एक छोटा सा झटका था, पर उनका पुनरुत्थान और विश्व कप की तैयारी में अब भी उनका स्थान मजबूत है। कोचेज़ का मानना है कि उनकी खरीफ़ीँ सैली ऊर्जा और मैच‑सिचुएशन पर तेज़ प्रतिक्रिया देने की क्षमता टीम के लिये अनमोल है।

भविष्य की ओर देखते हुए, Rodrigues की कहानी भारतीय महिला क्रिकेट के विकास का प्रतीक बन चुकी है। मुंबई के छोट­े मैदानों से लेकर विश्व मंच तक, उनका सफ़र नयी पीढ़ी को प्रेरित करता है कि साधारण से साधारण भी कटिबद्धता, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से बड़ी उपलब्धियों को छू सकता है।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

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Amar Rams

Jemimah Rodrigues की तकनीकी प्रोफ़ाइल अत्यंत विशिष्ट है; उसकी शॉट चयन में एंगल की जटिलता और फूटवर्क का कुशल उपयोग स्पष्ट दिखता है। विशेष रूप से, उसके 202* की U‑19 इनिंग में 163 डिलीवरी पर 1.24 स्ट्राइक रेट और 70 % रन रोटेशन दर ने उसे वैविध्यपूर्ण बैटिंग प्रोफ़ाइल के रूप में स्थापित किया। इस प्रदर्शन को आँकड़े के रूप में देखते हुए, उसकी औसत 45.6 और स्ट्राइक रेट 118 को भारत के मध्य क्रम में एक स्थिर स्तंभ बनाते हैं।

Rahul Sarker

ऐसे हाई‑टेक शब्दों में फँस कर असली फ़ील्ड पर हुए दबाव को नहीं समझा जा सकता; सच्ची शक्ति तो भारतीय महिला टीम के साथ मिलकर खुद को साबित करती है। हमारे देश की आवाज़ को और तेज़ करना चाहिए, न कि विदेशी जर्गन से ढँकना।

Sridhar Ilango

Jemimah Rodrigues का सफ़र मुंबई के उन छोटे‑छोटे स्थलों से शुरू हुआ जहाँ कई युवतियों को केवल क्रिकेट का शौक ही मिलता है। उसके पिता, जो स्वयं एक एमीच्योर कोच थे, ने उसे शुरुआती उम्र में ही ग्राउंड के हर कोने में कदम रखने की आज़ादी दी। बचपन में वो अक्सर बैटिंग के प्रयोग में उलझी रहती थी; उसका डिफेंस और अटैक दोनों में संतुलन देख निराशा से बचा। 2017 में U‑19 वन‑डे में 202* बनाकर उसने न केवल इतिहास लिखा बल्कि युवा महिलाओं में आत्म‑विश्वास की नई लहर भी जगा दी। इस बड़े स्कोर के पीछे एक रणनीतिक योजना थी, जिसमें 21 सीम और 9 छक्के के साथ सतत रोटेशन की महत्त्वता को समझा गया। वही वर्ष में उसने गुजरात के खिलाफ 178* की तेज़ पारी खेली, जिससे राष्ट्रीय selectors का ध्यान तुरंत आकर्षित हुआ। 2018 में जब उसे भारतीय महिला टीम में बुलाया गया, तो वह केवल एक और खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक प्रतीक बन गई। उसके T20I और ODI डेब्यू में वह सीमावली की पाबंदी और तेज़ स्कोरिंग दोनों को सहजता से मिला पाई। 2022 में एशिया कप में उसकी स्थिरता ने भारतीय टीम को कठिन परिस्थितियों में भी लक्ष्य पार करने में मदद की। वह अक्सर नए शॉट्स और रोटेशन को अपनाकर स्टेज पर अनिश्चितता को दूर करती है, जिससे टीम का कुल स्कोर स्थिर रहता है। 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 82 रन बनाकर उसने दिखा दिया कि बड़े विरोधियों के सामने भी वह ठहराव नहीं दिखाती। 2024 में एक अस्थायी गिरावट के बाद, 2025 में आयरलैंड के खिलाफ 102* बनाकर वह फिर से अपनी चमक बिखेर गई। इस पारी ने उसे ICC की महिला ODI बैटिंग रैंकिंग में 19वें स्थान पर पहुंचाया, जिससे उसकी कड़ी मेहनत का प्रमाण मिला। WPL में दिल्ली कैपिटल्स द्वारा 2.2 करोड़ की बोली ने उसकी वैल्यू को व्यावसायिक रूप से भी मान्यता दी। आज वह न केवल भारत की मध्य‑ऑर्डर की रीढ़ है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी बन गई है।