ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का दिल्ली के एम्स में निधन, निमोनिया और सेप्सिस का चल रहा था इलाज

ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का दिल्ली के एम्स में निधन, निमोनिया और सेप्सिस का चल रहा था इलाज

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का निधन

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता और ग्वालियर रॉयल परिवार की प्रमुख हस्ती माधवी राजे सिंधिया का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया है। वह पिछले तीन महीने से निमोनिया और सेप्सिस के इलाज के लिए भर्ती थीं और पिछले दो सप्ताह से उनकी हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई थी।

माधवी राजे सिंधिया प्रसिद्ध राजनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की विधवा थीं और ग्वालियर में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में गहराई से शामिल थीं। वह ग्वालियर की 'राजमाता' के रूप में प्रसिद्ध थीं, जो भारतीय राजनीति और समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए जाने जाने वाले एक शाही परिवार की प्रभावशाली मातृवंशी थीं।

अपने पूरे जीवन में, वह परोपकार के लिए समर्पित रहीं, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 24 ट्रस्टों की अध्यक्षता करती थीं। वह सिंधिया कन्या विद्यालय, लड़कियों की शिक्षा के लिए समर्पित एक स्कूल, के शासी निकाय की भी प्रमुख थीं।

अपने दिवंगत पति के सम्मान में, उन्होंने पैलेस संग्रहालय के भीतर महाराजा माधवराव सिंधिया द्वितीय गैलरी की स्थापना की थी। उनके बेटे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वर्तमान में 2024 के आम चुनावों में मध्य प्रदेश के गुना से लोकसभा के पुनः चुनाव के लिए प्रयासरत हैं।

ग्वालियर की 'राजमाता' के रूप में प्रसिद्ध

माधवी राजे सिंधिया ग्वालियर की 'राजमाता' के रूप में प्रसिद्ध थीं। वह भारतीय राजनीति और समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए जाने जाने वाले एक शाही परिवार की प्रभावशाली मातृवंशी थीं।

उनका जन्म 12 सितंबर 1931 को ग्वालियर में हुआ था। उनके पिता जीवाजीराव शिंदे, गवलियर रियासत के प्रधानमंत्री थे। उनकी शादी माधवराव सिंधिया से हुई थी, जो एक प्रमुख राजनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री थे।

माधवराव सिंधिया के निधन के बाद, माधवी राजे सिंधिया ने ग्वालियर रॉयल परिवार की देखभाल करने और परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी ली। वह ग्वालियर में कई सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल हुईं और शहर में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान

माधवी राजे सिंधिया अपने पूरे जीवन में परोपकार के लिए समर्पित रहीं। वह शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 24 ट्रस्टों की अध्यक्षता करती थीं।

उन्होंने सिंधिया कन्या विद्यालय के शासी निकाय की प्रमुख के रूप में भी काम किया, जो लड़कियों की शिक्षा के लिए समर्पित एक स्कूल है। वह लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध थीं।

इसके अलावा, माधवी राजे सिंधिया ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह कई स्वास्थ्य संबंधी ट्रस्टों से जुड़ी हुई थीं और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए काम करती थीं।

पैलेस संग्रहालय में महाराजा माधवराव सिंधिया द्वितीय गैलरी की स्थापना

माधवी राजे सिंधिया ने अपने दिवंगत पति के सम्मान में पैलेस संग्रहालय के भीतर महाराजा माधवराव सिंधिया द्वितीय गैलरी की स्थापना की थी। यह गैलरी माधवराव सिंधिया के जीवन और उनके योगदान को समर्पित है।

गैलरी में माधवराव सिंधिया के जीवन से जुड़ी कई दुर्लभ वस्तुएं और तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं। इसमें उनके द्वारा प्रयोग किए गए वस्तुएं, उनके द्वारा लिखे गए पत्र और दस्तावेज, और उनके जीवन से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण चीजें शामिल हैं।

गैलरी का उद्घाटन माधवी राजे सिंधिया ने स्वयं किया था और यह आज भी आगंतुकों के लिए खुला है। यह गैलरी माधवराव सिंधिया के जीवन और उनके योगदान को याद करने का एक महत्वपूर्ण स्थान है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया 2024 के आम चुनावों की तैयारी में जुटे

माधवी राजे सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं और 2024 के आम चुनावों में मध्य प्रदेश के गुना से लोकसभा के पुनः चुनाव के लिए प्रयासरत हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला किया था और उन्हें केंद्रीय मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। वह एक कुशल राजनेता हैं और उनके पास एक मजबूत राजनीतिक पृष्ठभूमि है।

2024 के आम चुनावों की तैयारी के लिए, ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र गुना में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। वह लोगों से मिल रहे हैं, उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं और उनके लिए समाधान खोजने का प्रयास कर रहे हैं। वह गुना में विकास कार्यों को भी आगे बढ़ा रहे हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया को उम्मीद है कि उनकी मेहनत और समर्पण उन्हें 2024 के आम चुनावों में एक बार फिर जीत दिलाएगी। वह अपनी माता माधवी राजे सिंधिया के आदर्शों और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

द्वारा लिखित राजीव कदम

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।