नारायण जगदीशन को मिली भारत की टेस्ट स्क्वॉड में जगह, पैन्ट की फुट इन्जरी ने मोड़ा रास्ता

नारायण जगदीशन को मिली भारत की टेस्ट स्क्वॉड में जगह, पैन्ट की फुट इन्जरी ने मोड़ा रास्ता

रिषभ पैन्ट की चोट और टीम पर असर

इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में रिषभ पैन्ट ने अपना पहला इनिंग खेलते हुए दाहिने पैर में फ्रैक्चर कर लिया। डॉक्टरों की रिपोर्ट के बाद यह साफ़ हो गया कि पैन्ट को कम से कम दो‑तीन महीने तक कोई टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने को मिलेगा। इस कारण टीम प्रबंधन को तेजी से बैक‑अप की जरूरत पड़ी। मुख्‍य चयनकर्ता अजीत अग्रकर ने तुरंत घोषणा की कि पैन्ट को इस चोट के कारण बाहर किया जा रहा है और वैकल्पिक विकल्पों की तलाश शुरू की गई है।

पैन्ट के बिना भारत की टेस्ट लाइन‑अप को नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा। शुबमन गिल को कप्तान के रूप में चुना गया है, जबकि रविंद्र जडेजा को उप‑कप्तान बनाया गया है। दोनों को पैन्ट के खाली स्थान को भरने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, विशेषकर तेज़ी से रन बनाने और विकेटकीपिंग के मामलों में। इस बदलाव ने भारतीय टीम के युवा और अनुभवी मिश्रण पर एक नया दृष्टिकोण दिया है।

नारायण जगदीशन की बुलंद फॉर्म और चयन

नारायण जगदीशन की बुलंद फॉर्म और चयन

तमिलनाडु के वाई‑केट‑बिल्डर नारायण जगदीशन को भारत की 15‑सदस्यीय टेस्ट स्क्वॉड में बैक‑अप विकेटकीपर‑ओपनर के रूप में शामिल किया गया है। यह उनका दूसरा अवसर है जब उन्होंने पैन्ट की जगह ली थी, पहले इस मौके पर उन्होंने ओवल टेस्ट में substitution किया था। जगदीशन का चयन सिर्फ मौका नहीं, बल्कि उनका लगातार अच्छा प्रदर्शन है।

ड्यूप ट्रीफ़ में उन्होंने 197 और 52* के दो बड़े इनिंग्स खेले, जिससे उनका औसत उल्लेखनीय रहा। ऑस्ट्रेलिया A के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट में उन्होंने 64 रन बनाए, जो उनकी स्थिरता को साबित करता है। साथ ही, लिस्ट ए में उनका 277 रन का शतकीय इनिंग विश्व रिकॉर्ड है, जो उनके आक्रामक खेल का प्रमाण है।

कोइम्बटूररूम से 29 साल के इस खिलाड़ी ने 2016‑17 में तमिलनाडु के लिए प्रथम‑क्लास डिब्यू किया, और अपने पहले ही सीज़न में शतक बनाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। तब से वह प्रथम‑क्लास, लिस्ट ए और टी‑20 में लगातार परफॉर्म कर रहे हैं, जिससे आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स दोनों ने उनका स्वागत किया।

चयन समिति ने इशान किशन और संजू सामसन को इस बार नहीं चुना। इशान को 2023‑24 के साउथ अफ्रीका टूर के दौरान अपना ब्रेक लेना पड़ा, और तब से वह प्रथम‑क्लास में नियमित नहीं खेल रहे। अजीत अग्रकर ने कहा कि इशान को फिर से घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करके अपनी जगह बनानी होगी। संजू सामसन भी हाल ही में केरल के लिए रेड‑बॉल क्रिकेट नहीं खेल पाए हैं और ड्यूप ट्रीफ़ में दक्खिनी जोन में उनका नाम नहीं आया। इसलिए दोनों को इस स्क्वॉड से बाहर रखा गया।

वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ अक्टूबर 2 से अहमदाबाद में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज़ के लिए पूरी टीम इस प्रकार है:

  • कप्तान: शुबमन गिल
  • उप‑कप्तान: रविंद्र जडेजा
  • बल्लेबाज: यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, साई सुधर्सन, देवदत्त पादिक्कल
  • स्पिनर: नितीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पाटिल
  • फ़ास्ट बौलर: कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्द कृष्णा
  • विकेटकीपर (मुख्य): ध्रुव जुरेल
  • विकेटकीपर (बैक‑अप): नारायण जगदीशन

ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि मोहम्मद शमी इस बार नहीं मिले, जिससे उनका टेस्ट करियर समाप्ति के करीब दिख रहा है। साथ ही, आज तक एशियन कप में शानदार प्रदर्शन कर चुके अखिल दीप को भी स्क्वॉड से बाहर रखा गया। चयनकर्ता अब उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे रहे हैं जो लगातार घरेलू फॉर्म में प्राबल्य दिखा रहे हैं, जिससे टीम की स्थिरता बनी रहे।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

Sreenivas P Kamath

अरे वही पैन्ट की फुट इन्जरी, जैसे हर खिलाड़ी को अपनी असली कीमत दिखाने का मौका मिल रहा हो। अब जुगदीशन को बैक‑अप वाइकेटर‑ओपनर बनाकर टीम ने बताया कि ‘अभी तो हम जूते बदल रहे हैं, खेल नहीं’। वैसे भी, अजीत अग्रकर की तेज़ी से बैक‑अप ढूँढने की भावना तो सराहनीय है, लेकिन अगर कोचिंग स्टाफ इस मौके को ‘परिपक्वता का परीक्षण’ मानता है तो फिर एक नया युग शुरू हो सकता है।

Chandan kumar

यार, ये सब तो रोज़ का हँसा‑हँसी है।

Swapnil Kapoor

रिषभ पैन्ट की चोट ने टीम की बैक‑अप योजना को पूरी तरह से चुनौती दी है। सबसे पहले, चयन समिति ने यह समझा कि एक विश्वस्त वाइकेटर‑ओपनर की आवश्यकता है, जबकि पैन्ट का विकल्प अक्सर फॉर्म और अनुभव के मिश्रण से दिया जाता है। जुगदीशन का चयन इस संदर्भ में एक रणनीतिक चाल है, क्योंकि वह घरेलू फॉर्म में लगातार 50+ स्कोर कर रहा है और लिस्ट‑ए में उसका शतक रिकॉर्ड टीम को स्थिरता प्रदान कर सकता है। दूसरी ओर, शुबमन गिल और रविंद्र जडेजा की नई भूमिकाएँ तेज़ रन बनाने और विकेटकीपिंग में अतिरिक्त लचीलापन जोड़ती हैं, जिससे तेज़ बॉलर्स को सपोर्ट मिल सकता है। फ़ास्ट बॉलर क़लदीप यादव और जसप्रीत बुमराह की स्पीड को देखते हुए, बैक‑अप वाइकेटर की उपस्थिति तेज़ स्कोरिंग के लिए आवश्यक होगी।
अब बात आती है इशान किशन और संजू सामसन की अनुपस्थिति की, जो दोनों ही घरेलू स्तर पर लगातार नहीं दिखे। उनका न होना टीम के मिश्रण को और भी युवा उन्नतियों की ओर मोड़ता है। इस बदलाव से टीम का बैटिंग ऑर्डर अधिक गतिशील हो सकता है, खासकर यदि जुगदीशन शुरुआती ओवर में आक्रमणात्मक खेल दिखाए।
वर्तमान में, टीम के कोचिंग स्टाफ को यह तय करना होगा कि क्या जुगदीशन की बैटिंग शैली टेस्ट की लंबी पिचों के अनुकूल है, या उन्हें औसत पिचों पर ही सीमित रखना चाहिए। साथ ही, चयनकर्ताओं को यह देखना होगा कि इस नई व्यवस्था से युवा खिलाड़ियों को कितना भरोसा मिलेगा, जिससे भविष्य में एक स्थिर और भरोसेमंद लाइन‑अप बन सके। अंत में, अगर जुगदीशन लगातार 70‑80 रन की इंट्रीज़ बना पाते हैं, तो वह न केवल बैक‑अप की भूमिका पूरी करेगा, बल्कि टीम को एक नया आयाम देगा।

kuldeep singh

क्या बात है, टीम का चयन तो जैसे ड्रामा सीरीज़ का एपिसोड हो! हर कोई अपने‑अपने क्लिफ़हैंगर के साथ घुटन महसूस कर रहा है, और फिर भी बोर्ड ने जुगदीशन को बैक‑अप में डाल दिया, जैसे किसी को पॉपकॉर्न की जरूरत हो।

Shweta Tiwari

वास्तव में, क्या चयन मंडल ने इस निर्णय के लिये पर्याप्त आँकड़े देखे? मैं देखती हूँ कि जुगदीशन का घरेलू औसत काफी आकर्षक है, परन्तु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका अनुभव सीमित है। यदि हम दीर्घकालीन टीम की स्थिरता को लक्ष्य बनाते हैं, तो यह चयन जोखिमपूर्ण हो सकता है।

Pravalika Sweety

भारतीय क्रिकेट की विविधता में हर खिलाड़ी का योगदान महत्वपूर्ण है, चाहे वह अंडर‑डॉग हो या स्टार प्लेयर। ऐसे चयन हमें विविध प्रतिभा को मंच पर लाने का अवसर देते हैं।