राफेल नडाल और कार्लोस एलकराज की पेरिस ओलंपिक्स में शानदार शुरुआत, अर्जेंटीना को किया पराजित

राफेल नडाल और कार्लोस एलकराज की पेरिस ओलंपिक्स में शानदार शुरुआत, अर्जेंटीना को किया पराजित

पेरिस ओलंपिक्स में स्पेन की टेनिस जोड़ी, राफेल नडाल और कार्लोस एलकराज ने अर्जेंटीना के मैक्सिमो गोंजालेज और एंड्रेस मोल्टेनी के खिलाफ अपनी पहली डबल्स मैच जीत कर एक महत्वपूर्ण शुरुआत की है। यह मैच के स्कोर 7-6 (4), 6-4 से समाप्त हुआ, जिसने नडाल और एलकराज की जोड़ी की कुशलता और तालमेल को दर्शाया।

राफेल नडाल, जो 38 वर्ष के हैं, अपनी पिछली चोटों से उभरने के साथ इस ओलंपिक्स में भाग लिया है। उनकी दाईं जांघ पर सफेद टेप उनके हाल के चोट को इंगित करता है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी अभूतपूर्व खेल प्रतिभा को दर्शाया। नडाल ने इससे पहले 2008 में सिंगल्स में और 2016 में डबल्स में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने इस बार भी शानदार खेल का प्रदर्शन किया, बता दिया कि उम्र केवल एक संख्या है।

कार्लोस एलकराज, 21 वर्ष के युवा खिलाड़ी जिन्होंने हाल ही में फ्रेंच ओपन और विंबलडन में सिंगल्स चैंपियनशिप जीती थी, नडाल के साथ अपनी पहली डबल्स मैच में शामिल हुए। उन्होंने अपनी उच्चस्तरीय खेल प्रतिभा को दिखाया और दर्शाया कि वे बड़े मंच पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम हैं।

यह मैच केवल खिलाड़ियों के कौशल और अनुभूति का मामला नहीं था, बल्कि इसने उनका तालमेल और रणनीति भी प्रदर्शित किया। नडाल की शानदार वॉलींग और एलकराज की ताकत और पैनी नजर ने कई बार मैच में महत्वपूर्ण मोड़ ला दिए। दोनों खिलाड़ियों ने हर अंक के बाद उत्साह से जश्न मनाया, दर्शक भी उनके इस जोश और जज्बे से प्रभावित हुए।

नडाल की नई यात्रा

यह ओलंपिक नडाल के कॅरियर के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि उनके प्रशंसक और टेनिस प्रेमी यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि यह उनके अंतिम ओलंपिक्स होगा या नहीं। इस बार, फ़्रेंच ओपन के गरिमामय रैंक प्राप्त करने वाले राफेल नडाल ने पेरिस में अपने खेल से सभी को चकित कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपने प्रत्येक मैच को आखिरी मैच की तरह खेल रहे हैं, और यही उनका नई प्रेरणा का स्रोत है।

आगे का रास्ता

राफेल नडाल अगले दौर में हंगरी के मार्टन फुकसोविक्स के खिलाफ खेलेंगे। यदि नडाल इस मैच को जीतते हैं, तो उनका मुकाबला संभवतः नोवाक जोकोविच से होगा, जिनके खिलाफ उनका खेल हमेशा से रोमांचक और उच्चस्तरीय रहा है। यह टकराव दो महान खिलाड़ियों के बीच का होगा, जिसे देखने के लिए समस्त टेनिस प्रेमी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

एलकराज की चुनौतियां

दूसरी ओर, कार्लोस एलकराज के लिए यह अवसर काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि वे नडाल के साथ खेलकर बहुत कुछ सीख सकते हैं। एलकराज ने हाल ही में अपने दमदार प्रदर्शन से टेनिस की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। वे अपने करियर के शिखर पर हैं और नडाल के साथ खेलना उनके उपकरियों को और भी बढ़ा सकता है।

मैच की रणनीति

मैच की रणनीति के मामले में, नडाल और एलकराज ने संयोजन में उच्च स्तर की संज्ञानात्मकता दर्शाई। नडाल के अनुभव और एलकराज की ऊर्जा ने उन्हें विपक्षी पर भारी पड़ने का मौका दिया। उन्होंने कई बार सुंदर और चुस्त सेवर्शन किया, जो दर्शाता है उनका उच्चंसूचक खेल स्तर।

ओलंपिक का माहौल

ओलंपिक का माहौल

पेरिस ओलंपिक्स का माहौल भी उत्साही था। दर्शकों का शोरगुल, खिलाड़ियों का जोश, और खेल का रोमांचक स्तर, सबने मिलकर इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बना दिया। इस मैच ने दिखा दिया कि टेनिस का खेल न केवल शारीरिक शक्ति का, बल्कि मानसिक दृढ़ता और टीमवर्क का भी खेल है।

इस जीत के साथ, नडाल और एलकराज ने अपने समर्थकों को उम्मीद दी है कि वे ओलंपिक्स में और भी धमाकेदार प्रदर्शन करेंगे। उनके इस जीत के बाद, सभी की निगाहें उनके अगले मैच पर होंगी।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

इंटरनेशनल टेनिस हॉल ऑफ फेम: टेनिस के इतिहास को संजोने का केंद्र

नोवाक जोकोविच बनाम राफेल नडाल लाइव स्कोर, पेरिस 2024 ओलंपिक

राफेल नडाल और कार्लोस एलकराज की पेरिस ओलंपिक्स में शानदार शुरुआत, अर्जेंटीना को किया पराजित

saurabh waghmare

राफेल नडाल की उम्र के बावजूद उनका जोश वाक़ई लाजवाब है। उनके डबल्स में एलकराज़ के साथ तालमेल देख कर टेनिस के इतिहास में नया अध्याय जुड़ रहा है। यह जीत सिर्फ अंक नहीं, बल्कि अनुभव और नई पीढ़ी के बीच की कड़ी को मजबूत करती है। आशा है अगला मुकाबला भी इसी ऊर्जा से भरपूर रहेगा।

Madhav Kumthekar

मैच की स्ट्रैटेजी में नडाल की सर्व और एलकराज़ की रिटर्न दोनों बेहतरीन रहि। कोर्ट पर उनका कंडेन्सेशन देखते ही बनता है, जैसे दो साल में कूद कर आया हो। थोडा बहुत थकावट तो थी, पर फिर भी वे जीत के लायक दिखे।

Deepanshu Aggarwal

नडाल की बैकहैंड वॉली को देखकर लगता है जैसे हर बॉल में एक नई कहानी छुपी है 😊। एलकराज़ की ऊर्जा ने टीम को एक नई दिशा दी, जिससे विरोधी टीम को कष्ट हुआ। इस जीत से यह स्पष्ट होता है कि उम्र और अनुभव का सही संतुलन क्या हो सकता है।

akshay sharma

ओह! क्या बड़ाई है नडाल की, लेकिन सच कहूँ तो एलकराज़ का अंडरहैंड कुछ ही में घिस गया। पेरिस की हवा में तो जैसे जादू बिखर गया, लेकिन अगर एक नजर से देखें तो यह मैच थोड़ी सी कॉमेडी भी लग रही थी। वो ताज़गी भरी सर्व‑और‑वॉली चाहते थे, पर फोकस कहीं और ही था।

Anand mishra

बहुत ही दिलचस्प बात है कि स्पेन की इस जोड़ी ने पेरिस की टेनिस कोर्ट पर अपनी कहानी लिखी। नडाल की उम्र को लेकर अक्सर लोग डाउट करते हैं, पर उनका हौसला और फुर्ती किसी भी युवा खिलाड़ी से कम नहीं है। दूसरी ओर, एलकराज़ ने अभी नुक्कड़ से ही अपने कदमों को ऑस्ट्रिलियन ग्रास कोर्ट पर साबित किया है, और अब वह बड़े मंच पर चमक रहा है। उनके बीच का सहयोग सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि आध्यात्मिक भी है। जब नडाल ने पहला सर्व किया, तो दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। एलकराज़ ने उसी पल में पॉज़िशन बदली, जिससे विरोधी हरकत करने की हालत में नहीं रहे। इस मैच में प्रत्येक पॉइंट जैसे एक छोटा युद्ध था, जिसमें वे दोनों जलीलैंड के शूरवीर जैसे थे। उन्होंने एक-दूसरे की ताकत को समझ कर अपनी रणनीति बनाई, जिससे विरोधी को हर मोड़ पर आश्चर्य हुआ। इस जीत से नडाल को यह साबित हो गया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, और एलकराज़ को यह मिला कि अनुभव से सीखना कितना मूल्यवान है। कोचेज़ ने भी इस डबल्स गेम को देखकर कहा कि युवा और अनुभवी के संगम से ही सच्ची शक्ति उत्पन्न होती है। पेरिस की हवा, दर्शकों की चिढ़ और टेनिस की ध्वनि ने इस मैच को और भी रोमांचक बना दिया। इस जीत के बाद दोनों खिलाड़ियों को आगे के राउंड में भी ऐसे ही मनोबल से खेलना चाहिए। अंत में, यह हमें सिखाता है कि टेनिस सिर्फ शारीरिक शक्ति नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी खेल है। आशा है कि अगली बार भी हम इसी तरह के उत्साह और ऊर्जा को महसूस करेंगे। भविष्य में यह जोड़ी संभवतः विश्व कप में भी अपना जलवा दिखाएगी।

Prakhar Ojha

यह जीत सिर्फ भाग्य नहीं, बल्कि नडाल का खुद पर भरोसा है। एलकराज़ को भी अपनी सीमा पार करनी होगी।

Pawan Suryawanshi

देखा, नडाल और एलकराज़ ने एकदम सेटअप कर दिया था 😎। मैच के दौरान उनका आराम और फोकस देखकर लगा कि वे दोनों ही एक ही दिमाग से खेल रहे हैं। कोर्ट में उनका समंजस आज के युवा खिलाड़ियों के लिए एक बेहतरीन मिसाल है।

Harshada Warrier

इवेंट तो ठीक है, पर सरकार की छुपी हुई कैमरा जरूर थी।

Jyoti Bhuyan

ये जीत नडाल के लिए नई ऊर्जा का स्रोत है और एलकराज़ को बड़ा मंच मिला है। दोनों को बधाई, अब आगे भी ऐसे ही जोश के साथ खेलते रहें। टेनिस में आगे का रास्ता और भी रोमांचक होगा, और हम सबको उनका समर्थन रहेगा।