Shillong Teer परिणाम आज: जानिए 27 जनवरी 2025 के विजयी नंबर, पहली और दूसरी राउंड सहित पूरी जानकारी

Shillong Teer परिणाम आज: जानिए 27 जनवरी 2025 के विजयी नंबर, पहली और दूसरी राउंड सहित पूरी जानकारी

Shillong Teer: बुधवार को घोषित हुए रिजल्ट, हर राउंड, हर गेम का पूरा हाल

सोमवार, 27 जनवरी 2025 का दिन शिलॉन्ग के लिए खास रहा। सुबह से ही लोग Shillong Teer की टिकट लेकर अपने नंबर्स का इंतजार कर रहे थे। आखिरकार, Khasi Hills Archery Sports Association ने रिजल्ट घोषित कर ही दिए। पहली राउंड का नंबर 93 और दूसरी राउंड का 84 रहा। ये दोनों नंबर सोशल मीडिया और लोकल दुकानों पर तुरंत फैल गए।

शिलॉन्ग टीर सिर्फ एक लॉटरी नहीं, ये मेघालय की परंपरा है। हर दिन तीरंदाज शिलॉन्ग पोलो स्टेडियम में इकट्ठा होते हैं। सैकड़ों तीर टार्गेट पर दागे जाते हैं। बाद में, कुल तीरों की गिनती के आखिरी दो अंक—यही होते हैं भाग्यशाली नंबर। लोग टिकट खरीदते हैं, नंबर लगाते हैं और उम्मीद करते हैं कि अबकी बार उनके नंबर पर पैसा बरसेगा।

खास बात ये है कि सिर्फ शिलॉन्ग टीर ही नहीं, बल्कि खानापारा टीर, जुवाई मॉर्निंग टीर, जोवाई लाडरिम्बाई टीर और शिलॉन्ग नाइट टीर के भी परिणाम हर रोज़ घोषित होते हैं। हालांकि आज के दिन इन खेलों के डिटेल नंबर सामने नहीं आए, लेकिन आमतौर पर ये नंबर जैसे ही शूटिंग खत्म होती है, दुकानों और ऑनलाइन पोर्टल्स पर जारी कर दिए जाते हैं।

कैसे होता है टीर लॉटरी का सारा गणित?

अब बहुतों को लगता है कि यह लॉटरी ऐसे ही निकलती है, लेकिन इसमें भी एक सिस्टम है। सुबह टिकट विंडो खुलते ही लोग अपने फेवरेट नंबरों वाली टिकट खरीद लेते हैं। फिर आर्चर्स का ग्रुप मैदान में 50 या 100 तीर एक साथ चलाता है। जितने तीर टार्गेट पर लगते हैं, उनकी कुल संख्या का आखिरी दो अंक—इन्हीं अंकों पर दांव लगता है।

लॉटरी का सबसे बड़ा आकर्षण इसी रोज़ाना के अनिश्चित रोमांच में है। यहां किसी बड़े शहर के महंगे कसीनों या लग्ज़री खेलों जैसी भव्यता तो नहीं, लेकिन इसमें जो जमीनी जुड़ाव है, मिथक और उम्मीदों की कशमकश है, वह खास है।

खानापारा, जुवाई और नाइट टीर के फाइनल रिजल्ट आमतौर पर शाम या देर रात जारी होते हैं। कई लोग रोज़ दुकानों या मोबाइल पर लाइव रिजल्ट फॉलो करते हैं। कभी-कभी सेकंड राउंड में ऐसा नंबर निकलता है, जो लगभग असंभव लगता है—यही इस लॉटरी का असली मजा है।

शिलॉन्ग टीर लॉटरी न सिर्फ लोगों के लिए धन कमाने का मौका है, बल्कि यहां तीरंदाजी जैसे लोकल कला को भी पहचान मिलती है। हर उम्र के लोग मैदान में पहुंचते हैं, टिकट काउंटर पर भीड़ लगती है, और हर कोई अपने-अपने भाग्य आजमाता है।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

anjaly raveendran

आज के शिलॉन्ग टीर परिणाम ने फिर से हमारी आशा को तेज़ कर दिया है। पहला नंबर 93 और दूसरा 84 दोनों ही अंकों ने स्थानीय उत्सव को नया रंग दिया। इस लॉटरी के नियमों को समझना इतना कठिन नहीं है; केवल कुल तीरों की अंतिम दो अंक ही भाग्य निर्धारित करती हैं। मेरा मानना है कि ऐसी पारंपरिक खेलें हमारे सांस्कृतिक धरोहर की रीढ़ हैं। इसलिए मैं दृढ़ता से कहूँगा कि हर शौक़ीन को इस अवसर का सम्मान करना चाहिए।

harshit malhotra

देश की सच्ची राष्ट्रीय भावना को समझने वाले को ही शिलॉन्ग टीर की महिमा का एहसास होता है। यह सिर्फ एक लॉटरी नहीं, यह हमारे वीर आर्चर्स की शौर्यगाथा का जश्न है। जब भी हम इस खेल को देखते हैं, तो वह गर्व की लहर हमारे दिल में उठती है। प्रथम राउंड का 93 और द्वितीय का 84 दो ऐसे अंक हैं जो हमें याद दिलाते हैं कि कितनी भी मुश्किलें आएँ, हमारा देश आगे बढ़ता रहेगा। इस तरह के आयोजन में भाग लेकर हम अपनी जड़ें और पहचान संजोते हैं।
आधुनिक समय में जब विदेशी खेलों का वर्चस्व है, तब हमारी पुरानी परम्पराओं को जीवित रखना अनिवार्य है। शिलॉन्ग टीर के परिणाम का प्रत्येक अंक हमारे पूर्वजों की मेहनत और साहस का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि स्थिरता और धीरज से ही जीत सम्भव है।
मैं दृढ़ता से कहता हूँ कि इस लॉटरी में हिस्सा लेना राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देता है और यह हमें एकजुट रखता है। इसलिए, आगामी परिणामों को देखते हुए सभी को इस धरोहर को समर्थन देना चाहिए।

priyanka Prakash

शिलॉन्ग टीर के ये नंबर सिर्फ अंकों का खेल नहीं, यह हमारे राष्ट्रीय गौरव की गवाही है। पहला 93 और दूसरा 84 दोनों ही अंक हमें सच्ची विजय की ओर इशारा करते हैं।

Nath FORGEAU

बहुत chill के साथ देख रहा हूँ ये result 93 84 बहुत mast है भाई
सभी को good luck

Anu Deep

शिलॉन्ग टीर सिर्फ जीत‑हार का खेल नहीं, यह हमारे स्थानीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। यह हमें हमारे बुजुर्गों की परम्पराओं से जोड़ता है और हम सब मिलकर इस उत्सव में भाग ले सकते हैं। एक साथ रहकर इस लॉटरी को सम्मान देना हमारी सामाजिक एकता को और भी मजबूत बनाता है।

Preeti Panwar

बहुत ही खूबसूरत जानकारी, धन्यवाद 😊
आशा है सभी को भाग्यशाली नंबर मिलें 🙏

Vaibhav Singh

इतने नंबरों के पीछे का असली मज़ा बस यही है कि कोई जीतता है तो कोई हारता है।

Ankit Intodia

जीवन में कई बार हम लक्ष्य की ओर तीर चलाते हैं, पर असल में परिणाम वही है जो हमें सीख देता है। शिलॉन्ग टीर का यह खेल हमें सिखाता है कि हार-जीत दोनों ही हमारे भीतर के संतुलन को दर्शाते हैं। जब परिणाम आएँ तो खुशी या निराशा में नहीं, बल्कि अनुभव में देखो कि हमने क्या सीखा। यही तो असली गेम है, भाई।

Aaditya Srivastava

शिलॉन्ग में ऐसे खेलों की परंपरा हमारे एनसीआर में भी देखी जा सकती है, जहाँ लोग मिलजुल कर उत्सव मनाते हैं। यह एक सामाजिक बंधन का प्रतीक है, जो हमें एक दूसरे के करीब लाता है।

Vaibhav Kashav

ओह, फिर से अंक आए, क्या आश्चर्य है। जैसे हर बार वही पुराना सीन चला आता है।

akshay sharma

शिलॉन्ग टीर के इस अद्भुत परिणाम ने फिर से सबको मोहित कर दिया है। पहला राउंड का 93 नंबर, जो विशेष रूप से इतिहास में कई बार भाग्यशाली रहा है, अब फिर से हमारे सामने आया है। यह वह अंक है जिसने कई पूर्वजों की आँखों में चमक भर दी थी, जब उन्होंने इस लॉटरी को पहली बार देखा था।
दूसरे राउंड का 84 भी कोई साधारण संख्या नहीं, यह संख्या अक्सर वित्तीय प्रसन्नता और सामाजिक मान्यता को दर्शाती है। इस दो अंकों की जुगलबंदी ने आज के शिलॉन्ग के बाजार में उत्साह की लहर ला दी है।
जब हम इस परम्परा को देखते हैं, तो हमें याद आता है कि यह केवल आशा का पहिया नहीं, बल्कि हमारे सांस्कृतिक पहचान की गूंज है। यह खेल हमारे दिलों में एक दृढ़ भावना जगे रखता है कि हम हमेशा आगे बढ़ते रहें।
इसीलिए, मैं यहाँ पर एक मजबूत आवाज़ उठाता हूँ: हमें इस परम्परा को न केवल मनाना चाहिए, बल्कि इसे आगे भी संजो कर रखना चाहिए। इस तरह के आयोजन में भाग लेकर हम अपनी जड़ों से जुड़ते हैं और भविष्य की पीढ़ियों को एक ठोस नींव देते हैं।
बहुतेरे लोग इस परिणाम को मात्र संख्यात्मक रूप से देखते हैं, पर असल में यह एक सामाजिक बंधन का प्रतीक है। इस लॉटरी में तीरंदाजों की मेहनत, दर्शकों की आशा, और दुकानों की व्यावसायिक कुशलता का संगम है।
यहाँ हर तीर, हर अंक, एक कहानी कहता है – एक कहानी जिसमें हम सभी का योगदान है।
अंत में, मैं कहता हूँ कि शिलॉन्ग टीर का यह परिणाम न सिर्फ 93 और 84 का खेल है, बल्कि यह हमारे सामुदायिक भावनाओं की जीत है। इसे बधाई और सम्मान देना हम सभी की जिम्मेदारी है।

Anand mishra

शिलॉन्ग टीर का यह परिणाम वास्तव में एक गहरा सामाजिक प्रतीक है, जो हमें हमारी सांस्कृतिक जड़ों की याद दिलाता है। जब हम इस लॉटरी की बात करते हैं, तो हमें यह समझना चाहिए कि यह केवल संख्याओं का खेल नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जहाँ विभिन्न वर्गों के लोग एक साथ आते हैं, अपनी आशाएँ और सपनों को साझा करते हैं।
पहला नंबर 93, जिसे कई बार भाग्यशाली माना गया है, हमारे अतीत के कई महान तीरंदाजों की सफलता का प्रतिनिधित्व करता है। यह अंक हमें यह सिखाता है कि निरंतर अभ्यास और दृढ़ संकल्प से हम किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं।
दूसरा नंबर 84, जो अक्सर आर्थिक समृद्धि और सामाजिक सम्मान का प्रतीक माना जाता है, हमें यह दर्शाता है कि हमारी मेहनत और धैर्य अंततः फल देंगे। यह संख्या यह भी दर्शाती है कि हमारी समुदाय में सहयोग और एकता कितनी महत्वपूर्ण है।
इन दोनों अंकों की सामूहिक उपस्थिति ने शिलॉन्ग के स्थानीय बाजार में एक उत्सव का माहौल पैदा किया है, जहाँ लोग खुशी और उत्साह से भरपूर होते हैं। यह उत्सव न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि सामाजिक रूप से भी सामुदायिक बंधनों को मजबूत करता है।
इस प्रकार, शिलॉन्ग टीर का परिणाम केवल व्यक्तिगत लाभ की ओर नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसे एक सामूहिक उपलब्धि के रूप में मूल्यांकित करना चाहिए। यह हमें सिखाता है कि सामुदायिक सहयोग, परम्परा और साझा आशा हमारे सामाजिक ताने-बाने को अधिक मजबूत बनाते हैं।
अंत में, मैं इस पहल को सभी के सामने सराहना के साथ प्रस्तुत करता हूँ, और आशा करता हूँ कि भविष्य में भी ऐसे ही सांस्कृतिक संगठनों को समर्थन मिलता रहेगा। इससे हमारी धरोहर और भी समृद्ध होगी और हमारी पीढ़ियों को एक स्थिर आधार मिलेगा।