जब बात आती है 27वीं सालगिरह, एक ऐसी वर्षगांठ जो किसी उपलब्धि, संस्था या सामाजिक पहल के 27 साल पूरे होने को दर्शाती है, तो कई क्षेत्रों में इस मोके को बड़े उत्साह से मनाया जाता है। भारत में क्रिकेट, देश का सबसे लोकप्रिय खेल ने इस वर्ष कई शानदार जीत दर्ज की, जबकि राजनीति, देश के शासन और चुनावी प्रक्रियाओं का क्षेत्र में 27 साल बाद सत्ता में लौटने वाले बदलाव देखे गए। इन सभी घटनाओं ने 27वीं सालगिरह को एक बहु‑विषयक जश्न बनाकर पेश किया।
क्रिकेट की बात करें तो इस साल महिला टीमों ने इतिहास रच दिया। इंग्लैंड महिला टीम ने बार्सापारा में 10 विकेट से दक्षिण अफ्रीका को हराते हुए विश्व कप की शुरुआत धूमधाम से की, जबकि भारत की महिला टीम ने ब्रिस्टल में इंग्लैंड को 24 रन से मात देकर श्रृंखला में बढ़त हासिल की। दोनों जीतों में असाधारण प्रदर्शन दिखाने वाली अमनजोत कौर और लिंसी स्मिथ ने अपने नाम पर नई चमक जोड़ी। ये उपलब्धियाँ दर्शाती हैं कि 27वीं सालगिरह के संदर्भ में भारतीय क्रिकेट का विकास कितनी तेज़ी से हो रहा है।
खेल के दायरे से आगे बढ़ते हुए, पैरालिंपिक, अशक्त खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल मंच में शीतल देवी ने पहला बाँह‑रहित धनुर्धारी बनकर कांस्य पदक जीता, जिससे भारत की खेल प्रतिभा की विविधता उजागर हुई। साथ ही इंदौर ने 24 घंटे में 11 लाख पेड़ लगाकर गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिससे पर्यावरणीय जागरूकता के साथ 27वीं सालगिरह का सामाजिक पहलू भी सामने आया। इस तरह विभिन्न क्षेत्रों में इस वर्षगांठ ने नई प्रेरणा और उपलब्धियों को जन्म दिया।
राजनीतिक परिदृश्य में 27वीं सालगिरह ने कई मोड़ दिखाए। BJP ने 27 साल बाद दिल्ली विधानसभा में बड़ी जीत हासिल की, जिससे रेखा गुप्ता राज्य की नई मुख्यमंत्री बनीं। इस जीत का असर राष्ट्रीय राजनीति में भी महसूस किया गया। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भी इस साल हुआ, जिससे देश ने उनके आर्थिक सुधारों और शालीन व्यक्तित्व को याद किया। इन घटनाओं ने दर्शाया कि 27वीं सालगिरह केवल उत्सव नहीं, बल्कि इतिहास में नए अध्याय जोड़ने का अवसर भी है।
समाज की ओर देखें तो कई सरकारी और निजी पहलें इस वर्षगांठ पर आँकड़े पेश करने लगीं। महाराष्ट्र की लड़की‑बहिन योजना की सफाई, गोरखपुर में ऑनलाइन लॉटरी ने पारदर्शिता बढ़ाई, जबकि छत्तीसगढ़ ने निजी स्कूलों में केवल NCERT की किताबें लागू कर शैक्षिक खर्च घटाया। ये कदम दर्शाते हैं कि 27वीं सालगिरह के दौरान प्रशासनिक सुधार और सामाजिक बुनियादी ढाँचे में बदलाव गति पकड़ रहे हैं।
आर्थिक क्षेत्र में भी 27वीं सालगिरह का असर साफ़ दिखा। Sensex ने 733 अंक गिरते हुए 80,426 पर बंद हुआ, जबकि टाटा मोटर्स के शेयर साइबर अटैक के कारण गिरावट देखी गई। इस बीच Mahindra ने SUVs की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की, जिससे उपभोक्ताओं के खर्च पर असर पड़ा। इन वित्तीय उतार‑चढ़ाव ने यह बतला दिया कि 27 साल का आर्थिक इतिहास नई चुनौतियों और अवसरों दोनों को जन्म दे रहा है।
इन सबके बाद आप नीचे 27वीं सालगिरह से जुड़े विभिन्न समाचारों और घटनाओं की विस्तृत सूची देखेंगे, जहाँ प्रत्येक लेख इस विशेष वर्षगांठ के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। चाहे वह खेल की जीत हो, राजनीतिक बदलाव हो या सामाजिक पहल, इस टैग पेज पर सभी प्रमुख खबरें एक जगह मिलेंगी।
Google ने 27 साल पूरे किया, और इस बार इसे यादगार बनाने के लिए पुराने लोगो वाला डूडल दिखाया। कंपनी ने इस अवसर पर कई छोटे‑छोटे ट्रिविया और स्नैपशॉट भी शेयर किए। इतिहास के पन्नों में Google की पहले जैसा सादी शुरुआत फिर से देखी गई। इस लेख में जानिए कैसे इस डूडल ने इंटरनेट यूज़र्स को चकित किया।