बजट 2023-24 हर किसी की जेब, कारोबार और सेवाओं पर असर डालता है। आप नौकरी कर रहे हों, व्यापार चला रहे हों, किसान हों या छात्र — कुछ फैसले तुरंत दिखेंगे, कुछ धीरे-धीरे। यहाँ सीधे और सरल शब्दों में वो बातें बताई जा रही हैं जो आपको जाननी चाहिए।
मुख्य घोषणाएँ और सीधी जानकारी
सबसे पहले, कर नीति में हुए प्रमुख बदलाव — व्यक्तिगत आयकर दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो कई लोगों को राहत या बोझ में अचानक फर्क कम ही लगेगा। कॉर्पोरेट टैक्स और निवेश प्रोत्साहन पर सरकार का फोकस रहा है ताकि अर्थव्यवस्था में पूंजी आए। विकास परियोजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए खर्च बढ़ाने का इशारा मिला है, जो निर्माण और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देगा।
कई सामाजिक योजनाओं और स्वास्थ्य-शिक्षा बजट में भी मामूली वृद्धि की गई है, जिसका असर दीर्घकाल में दिखेगा। कृषि और ग्रामीण विकास के लिए मंज़ूर फंड से किसानों को मौसम और मार्केटिंग में मदद मिलने की उम्मीद है। पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में बदलाव का असर आपलोग के ट्रांसपोर्ट खर्च पर धीरे-धीरे पड़ेगा।
आपके लिए क्या मायने रखता है
नागरिक: यदि आप सिस्टमैटिक बचत या निवेश करते हैं तो बजट ने कुछ योजनाओं को प्रोत्साहित करके म्यूचुअल फंड, बॉन्ड और बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ाने की कोशिश की है। बचत पर मिलने वाले टैक्स लाभ और कुछ छोटे-कर परिवर्तन आपको निवेश निर्णयों में ध्यान देने होंगे।
छोटे व्यापार और स्टार्टअप: सरकार ने MSME और स्टार्टअप के लिए आसान ऋण और टैक्स प्रोत्साहन का संकेत दिया है। इसका मतलब, यदि आप छोटा बिजनेस चलाते हैं तो क्रेडिट उपलब्धता और सब्सिडी पर नजर रखें। डिजिटल और ग्रीन टेक के लिए विशेष सलाह और अनुदान का प्रावधान भी है।
किसान और ग्रामीण क्षेत्र: खेती के निवेश, सिंचाई और बाजार कनेक्टिविटी के लिए कुछ निधि आवंटित हुई है। बीज, उर्वरक और लॉजिस्टिक्स में सुधार से किसानों की लागत में कमी और आय में बढ़ोतरी संभव है।
इन्वेस्टर: शेयर और फिक्स्ड इनकम मार्केट पर बजट का असर सेक्टोरल होगा — इंफ्रास्ट्रक्चर, बैंकिंग और ऊर्जा सेक्टर को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। जोखिम और अवसरों को समझने के लिए सेक्टरल रिपोर्ट पढ़ें या फाइनेंशियल एडवाइजर से बात करें।
क्या करें? तुरंत घबराएं नहीं। अपने खर्च और निवेश की सूची बनाइए, टैक्स रिटर्न और बचत योजनाओं को अपडेट कीजिए, और यदि आप व्यापार चला रहे हैं तो लागत-लाभ का आकलन करिए। सरकारी योजनाओं के लाभ लेने के लिए ऑफिशियल साइट और बैंक से संपर्क रखें।
बजट 2023-24 ने साफ संकेत दिए कि फोकस विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश पर है। प्रभाव धीरे-धीरे दिखेगा, इसलिए छोटे-छोटे कदम लें और बदलावों को समझकर निर्णय लें।
बजट दिवस पर निफ्टी 50 सूचकांक में 2020 के बाद सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट आई। सूचकांक 1.6% की गिरावट के साथ 17,357.50 अंक पर बंद हुआ, बाजार की उम्मीदों को पूरा न करने के वजह से। सेंसेक्स भी 1.5% गिरकर 59,331.35 अंक पर आ गया। सभी सेक्टरों में व्यापक बिकवाली देखी गई।