नवजात बच्चा — शुरुआती देखभाल जो हर माता-पिता को जाननी चाहिए

पहले कुछ हफ्ते सबसे नाज़ुक होते हैं। छोटे-छोटे संकेत को समझना और सही कदम उठाना बच्चे की सेहत के लिए बड़ा फर्क डालता है। यहां सरल, काम के टिप्स दिए गए हैं जो तुरंत उपयोगी होंगे।

जन्म के तुरंत बाद स्किन-टू-स्किन संपर्क से बैंडिंग बढ़ती है और स्तनपान को आसान बनता है। अगर संभव हो तो बच्चे को तुरंत मां की गोद में रखें और पहली घंटों में स्तनपान कराने की कोशिश करें। यह बच्चे के तापमान और श्वसन को भी ठीक रखता है।

टिप्स: फ़ीडिंग और नींद

स्तनपान: पहले कुछ दिनों में 2-3 घंटे पर दूध देना सामान्य है। बच्चे के चूसने के संकेत—हाथ मुंह पर, होंठ हिलाना—देखते ही चालू कर दें। सही पकड़ (लैच) और पूरी तरह मुंह में奶头 होना जरूरी है, वरना मां को दर्द हो सकता है।

बोतल फ़ीड दे रहें हैं तो साफ-सफाई और पानी का विशेष ध्यान रखें। रोज बोतल व निप्पल को अच्छी तरह धोएं और उबाल कर रखें।

नींद: नवजात को हमेशा पीठ के बल सुलाएँ। सिर के पास तक कोई मुलायम तकिया या ढीला चादर न रखें। बच्चे के बगल में सिगरेट, शराब या भारी खुशबू वाले क्रीम से बचें। स्लीपिंग रूम का तापमान आरामदायक रखें — न ज्यादा गर्म, न ज्यादा ठंडा।

रोजमर्रा की देखभाल और संकेत

नहला-धुला: पहली हफ्तों में पूरा स्नान तुरंत न कराएं; ब्लड स्ट्रीमिंग और नाभि की टांके सुरक्षित होने तक स्पंज बाथ बेहतर है। नाभि सूखी रखें, डायपर को नाभि के नीचे मोड़ें ताकि गीला न हो।

डाइपर और त्वचा: बार-बार डायपर बदलें। लाल चकत्ते दिखें तो ज़्यादा हवा दें और यदि टिके रहें तो डॉक्टर से सम्पर्क करें।

पीला पन (जॉन्डिस): हल्की पीलिया सामान्य है पर अगर बच्चे की त्वचा या आंखें बहुत पीली हों, कम फ़ीड ले या बहुत सुस्त रहे तो तुरंत डॉक्टर दिखाएँ।

टीकाकरण: जन्म पर सामान्यतः BCG और हेपटाइटिस B दिए जाते हैं। आगे 6, 10 और 14 सप्ताह पर बेसीक वैक्सीन होती हैं। अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर शेड्यूल जरूर पूछें।

कब डॉक्टर को दिखाएँ: तेज बुखार, बार-बार उल्टी, सांस लेने में तेज़ी या खींचाव, दूध न पिएँ, बहुत सुस्त या कठोर रोना — इन संकेतों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

माँ की सेहत भी जरूरी है: अच्छा खाना, आराम और अगर चिंता या उदासी महसूस हो रही हो तो मदद लें। नया शिशु परिवार बदल देता है, तो उत्साह के साथ धैर्य भी रखें।

छोटा चेकलिस्ट: हाथ धोएं, बच्चों को ठंड से बचाएं, टीकाकरण कार्ड साथ रखें, नियमित वेट चेकअप और 2-4 हफ्ते का फॉलो-अप तय रखें।

ये आसान बातें अपनाकर आप न सिर्फ बच्चे की सुरक्षा बढ़ाएंगे बल्कि पहले हफ्तों की जोड़तोड़ भी कम महसूस होगी। जरूरत पड़े तो लोकल pediatrician से जल्दी मिलें — समय पर सलाह से बड़ी समस्याएँ टल सकती हैं।

जस्टिन और हैली बीबर ने अपने पहले बेटे का स्वागत किया, साझा की पहली तस्वीर

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जस्टिन बीबर और उनकी पत्नी हैली बीबर ने अपने पहले बच्चे, जैक ब्लूस बीबर का स्वागत किया। जस्टिन ने सोशल मीडिया पर बच्चे के पैर की तस्वीर साझा करते हुए इस खबर की घोषणा की। हैली ने भी यह पोस्ट अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर की। इस खुशी की खबर के बाद प्रशंसकों ने दोनों को बधाई दी।

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