निफ्टी 50 सुनने में सिर्फ एक नंबर लग सकता है, पर यह देश की बड़ी कंपनियों के शेयरों का सच्चा आइना है। आप रोज़ के मार्केट मूव्स, आर्थिक खबरें और बड़े फैसलों का असर सबसे पहले निफ्टी में देख सकते हैं। क्या आप ट्रेडर हैं या लॉन्ग-टर्म निवेशक, निफ्टी 50 जानना जरूरी है।
निफ्टी 50 क्या है?
निफ्टी 50 भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का एक इंडेक्स है जो 50 बड़ी और तरल कंपनियों के शेयरों को ट्रैक करता है। यह बाजार की दिशा बताने के लिए वेटेड तरीके से बनाया गया है — यानी बड़े कैप वाली कंपनियों का असर ज़्यादा होता है। जब निफ्टी उठता है तो आमतौर पर बड़ी कंपनियों के शेयर भी बेहतर रहते हैं; और गिरावट में जोखिम बढ़ जाता है।
निफ्टी को रोज़ाना की खबरों से जोड़कर देखें। उदाहरण के लिए, 11 जून 2025 को निफ्टी करीब 25,150 पर बंद हुआ — इस तरह के क्लोजिंग लेवल ट्रेंड तय करने में मदद करते हैं।
निफ्टी 50 पर ध्यान रखने के सरल तरीके
सबसे पहले, डेली क्लोज और वीकली ट्रेंड देखें — सिर्फ मिनट-टाइमफ्रेम देखकर निर्णय मत लें। दूसरे, सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल नोट करें; जैसे 24,850 का सपोर्ट अगर मजबूत रहा तो रिबाउंड की संभावना बढ़ती है।
तीसरा, न्यूज का प्रभाव समझें। कोई कंपनियों के नतीजे, सरकारी कर-निर्णय या वैश्विक घटनाएँ निफ्टी पर तेज असर डाल सकती हैं। पेट्रोल-डीजल जैसी नीतियाँ या बड़ी कंपनियों के Q1 रिजल्ट सीधे इंडेक्स में दिखते हैं।
चौथा, ETF और इंडेक्स फंड का उपयोग करें अगर आप सीधे स्टॉक्स चुनना नहीं चाहते। निफ्टी-ट्रैकिंग ETF से आप पूरे इंडेक्स का हिस्सा खरीद लेते हैं और रिस्क डायवर्सिफाई हो जाता है।
पाँचवाँ, रिस्क मैनेज करें — पोजिशन साइज छोटा रखें और स्टॉप-लॉस तय करें। मार्केट में अचानक उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, इसलिए हर ट्रेड में संभावित नुकसान सीमित रखें।
अंत में, निफ्टी पर लगातार पढ़ाई करें। एक कैसा भी बड़ा मूव हो, आप उसे छोटी-छोटी खबरों और टेक्निकल संकेतों से समझ सकते हैं। हमारी टैग पेज पर निफ्टी से जुड़े ताज़ा लेख, विश्लेषण और खबरें मिलेंगी — जैसे निफ्टी के क्लोजिंग, सेक्टरल मूव और बड़ी कंपनी समाचार। अगर आप ट्रेडर हैं तो हफ्ते भर के रेकैप पढ़ें; अगर निवेशक हैं तो क्वार्टरली रिपोर्ट्स और मैक्रो-इकोनॉमिक अपडेट पर ध्यान दें।
अगर आप चाहें तो किसी खास निफ्टी-रिलेटेड खबर या स्टॉक पर गहरी जानकारी मांगें — मैं सरल भाषा में जल्दी समझा दूंगा।
बजट दिवस पर निफ्टी 50 सूचकांक में 2020 के बाद सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट आई। सूचकांक 1.6% की गिरावट के साथ 17,357.50 अंक पर बंद हुआ, बाजार की उम्मीदों को पूरा न करने के वजह से। सेंसेक्स भी 1.5% गिरकर 59,331.35 अंक पर आ गया। सभी सेक्टरों में व्यापक बिकवाली देखी गई।