जब जॉशुआ लिम, को-हेड ऑफ मार्केट्स FalconX ने बताया कि डॉलर के डिबेसमेंट डर से बिटकॉइन की कीमत में उछाल आया, तब बिटकॉइन ने रविवार, 5 अक्टूबर 2025 को $125,689 की नई सर्वकालिक ऊँचाई छू ली। यह उछाल केवल एक आकस्मिक कदम नहीं, बल्कि यूएस सरकार शटडाउनसंयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सुरक्षित आश्रय की तलाश में निवेशकों की भीड़ का परिणाम था।
इस रेकॉर्ड को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता, क्योंकि बिटकॉइन ने अब विश्व के सातवें सबसे मूल्यवान परिसंपत्ति की श्रेणी में जगह बना ली, अमेज़न को पीछे छोड़ते हुए। इस अभूतपूर्व गति का कारण सिर्फ तकनीकी उछाल नहीं, बल्कि मैक्रो आर्थिक अनिश्चितताएँ भी थीं, जो अक्टूबर के ऐतिहासिक "अपटोबर" रुझान को फिर से शक्ति दे रही हैं।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और "अपटोबर" की महत्ता
बिटकॉइन के मूल्य में अक्टूबर माह का विशेष महत्व हमेशा रहा है। पिछले दशक में, इस महीने में नौ में से आठ बार कीमतें नई ऊँचाइयाँ छू गईं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस महीने की सकारात्मक भावना कई कारकों—जैसे कि क्वार्टर‑ली एन्हांस्ड रिव्यू, टैक्स‑सीज़न की प्रत्याशा, और वर्ष‑अंत की तरलता—के सम्मिश्रण से आती है। इस वर्ष भी यही रिवाज़ बना, जहाँ केवल एक महीने में बिटकॉइन ने 30 % से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की।
जब जियोफ़ केंड्रिक, ग्लोब़ल हेड ऑफ डिजिटल एसेट्स रिसर्च Standard Chartered Plc ने कहा, "शटडाउन इस बार पहले जैसा नहीं है—बिटकॉइन उससे अलग दिशा में चल रहा है," तो यह स्पष्ट हो गया कि मार्केट प्रतिभागी अब इस डिजिटल पैसों को पारंपरिक जोखिम‑संपत्ति से अलग समझते हैं।
रिकॉर्ड उच्चतम कीमत की विस्तृत आँकड़े
- रिपोर्टेड रेकॉर्ड: $125,689 (5 अक्टूबर, 2025)
- पिछला हाई: $124,514 (14 अगस्त, 2025)
- एशियन सत्र में भी $125,245.57 की कीमत देखी गई
- सप्ताह‑भर में 2.7 % की उछाल, पर 24‑घंटे में 0.5 % की मामूली गिरावट ($118,838.03)
बिटकॉइन ने पिछले एक वर्ष में 74.11 % की जबरदस्त रिटर्न दी, जबकि दो साल के भीतर 305.36 % की वृद्धि हुई। पाँच साल में यह 986.94 % तक पहुँच गया, जिससे स्पष्ट है कि दीर्घकालिक निवेशकों की दृष्टि इस डिजिटल एसेट पर किस तरह टिकी है।

शटडाउन का प्रभाव और 'डेबेसमेंट ट्रेड'
अभी का यूएस शटडाउन 2 अक्टूबर से चल रहा है, और यह कई आर्थिक संकेतकों को हिला रहा है। डॉलर ने प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कई हफ्तों की गिरावट दर्ज की, जबकि ट्रेजरी यील्ड्स भी नरम पड़ गए। आर्थिक विशेषज्ञ कहते हैं कि इस अस्थिरता ने "डेबेसमेंट ट्रेड" को जन्म दिया, जहाँ निवेशक संकट‑रहित एसेट्स की तलाश में बिटकॉइन जैसे डिजिटल गोल्ड की ओर रुख कर रहे हैं।
एक और रोचक पहलू यह है कि इस शटडाउन के दौरान, सुदूर भविष्य में संभावित फेडरल रिज़र्व नीति पर भी प्रश्न खड़े हो रहे हैं। यदि फेड़ ब्याज दरें घटाता रहा तो डॉलर की गिरावट और तेज़ हो सकती है, जिससे बिटकॉइन के समर्थन में आगे और इज़ाफ़ा हो सकता है।
संस्थागत समर्थन और प्रमुख व्यक्तियों की राय
संस्थागत निवेशकों ने इस उछाल को और तेज़ किया। माइक्रोस्ट्रैटेजी के संस्थापक माइकल सेयरो के नेतृत्व में कंपनी ने अपने बैलेंस शीट में पहले ही $4.5 बिलियन बिटकॉइन जमा कर रखे हैं। उनकी यह रणनीति अन्य कॉर्पोरेट्स को भी प्रेरित कर रही है, जिससे एथीरियम और अन्य छोटे डिजिटल एसेट्स को भी लाभ मिल रहा है।
इसी बीच, FalconX जैसी क्रिप्टो‑प्राइम ब्रोकरेज फर्म ने बड़े संस्थागत पोर्टफोलियो को बिटकॉइन‑ट्रेडेड फंड्स में डालने की सुविधा दी। इन ETFs ने पिछले कुछ हफ़्तों में लगभग $2 बिलियन की नई पूँजी आकर्षित की, जिससे कीमत में अतिरिक्त मजबूती आई।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रो‑क्रिप्टो नीतियों ने भी बाजार में धूम मचा दी। उनका "क्रिप्टो रिज़र्व" का प्रस्ताव और सार्वजनिक रूप से बिटकॉइन को समर्थन देना निवेशकों को सकारात्मक संकेत देता है, भले ही यह अभी तक $150,000 की सीमा को तोड़ने के लिए पर्याप्त न हो।

भविष्य पूर्वानुमान और संभावित जोखिम
विशेषज्ञों का मत विभाजित है। कुछ एनालिस्ट्स ने 2025 के लिए $133,300 की बुलिश लक्ष्य कीमत बताई, जबकि अन्य $72,000 तक की बियरिश संभावनाओं को उजागर कर रहे हैं। औसत लक्ष्य $106,000 है, जो अभी भी पिछले हाई से दोगुना नहीं है। यदि बिटकॉइन को $150,000 तक पहुंचना है, तो उसे लगभग 34 % की अतिरिक्त वृद्धि करनी होगी, जो अस्थिर बाजार में चुनौतीपूर्ण लग सकता है।
भविष्य में संभावित जोखिमों में नियामक बाधाएँ, बड़ी आर्थिक मंदी, और संभावित तकनीकी असफलताएँ (जैसे बड़े हैक) शामिल हैं। फिर भी, यदि अमेरिकी डॉलर की गिरावट जारी रही और संस्थागत निवेश के चैनल खुले रहे, तो बिटकॉइन की कीमत में फिर से तेज़ी आने की संभावना नहीं खतम होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बिटकॉइन का इस रिकॉर्ड पर असर निवेशकों के पोर्टफोलियो को कैसे बदलता है?
रिपोर्टेड $125,689 की कीमत ने जोखिम‑रहित एसेट्स की ओर रूझान को तेज़ किया। कई संस्थागत निवेशकों ने अपनी पोर्टफोलियो में बिटकॉइन का हिस्सा बढ़ाया, जिससे इक्विटी और बॉन्ड में अल्पकालिक कमी आई। हालांकि, छोटे निवेशकों को अस्थायी अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए वित्तीय सलाहकार अक्सर विविधीकरण की सलाह देते हैं।
यूएस सरकार शटडाउन का दीर्घकालिक प्रभाव बिटकॉइन पर क्या होगा?
यदि शटडाउन लम्बे समय तक चलता रहा, तो डॉलर की गिरावट और ट्रेजरी यील्ड्स में उलटफेर जारी रह सकता है। ऐसी स्थिति में बिटकॉइन को सुरक्षित आश्रय के रूप में अधिक अपील मिलती रहेगी। लेकिन राजनीतिक समाधान मिलने पर, जबकि डॉलर दोबारा मजबूत हो सकता है, बिटकॉइन के मूल्य में संभावित समायोजन देखे जा सकते हैं।
क्या माइक्रोस्ट्रैटेजी जैसे कॉरपोरेट्स का बिटकॉइन में निवेश बाजार को स्थिर करता है?
हँ, माइक्रोस्ट्रैटेजी का भारी निवेश संस्थागत भरोसे को बढ़ाता है। उनका बड़े पैमाने पर बिटकॉइन रखने से छोटे निवेशकों को भी सुरक्षा का आश्वासन मिलता है। यह प्रभाव तब तक स्थिर रहता है जब तक कंपनी का फंडिंग और बैलेंस शीट मजबूत रहता है।
भविष्य में बिटकॉइन की कीमत $150,000 तक पहुंचने की संभावनाएं क्या हैं?
विश्लेषकों के अनुसार, $150,000 तक पहुंचने के लिए 34 % की अतिरिक्त वृद्धि आवश्यक है। यदि मौद्रिक नीति धीरज रखती है और डॉलर कमजोर रहता है, तो यह लक्ष्य असम्भव नहीं। लेकिन नियामक प्रतिबंध या बड़े बाजार शॉक इस लक्ष्य को दूर कर सकते हैं।
अक्टूबर में बिटकॉइन की ऐतिहासिक वृद्धि का मुख्य कारण क्या था?
अक्टूबर में "Uptober" पैटर्न, साथ ही अमेरिकी शटडाउन से उत्पन्न सुरक्षित आश्रय की मांग, और संस्थागत खरीदारी ने मिलकर कीमत को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया। इस महीने में उच्च तरलता, AI‑ड्रिवेन इक्विटी रैली और मौद्रिक नीतियों की अनिश्चितता भी योगदान कर रही थी।
Pradeep Chabdal
बिटकॉइन का नया रिकॉर्ड वास्तव में विशिष्ट आर्थिक परिप्रेक्ष्य को उजागर करता है, जहाँ पारम्परिक वित्तीय अस्थिरता को डिजिटल संपत्ति द्वारा प्रतिस्थापित किया जा रहा है। इस उछाल को केवल शॉर्ट‑टर्म लिक्विडिटी सर्पिल के रूप में देखना, विश्लेषकों की गहरी समझ की कमी दर्शाता है। हम आशा करते हैं कि संस्थागत निवेशकों का भरोसा इस दिशा में निरंतर बना रहेगा।