परिवर्तन की पृष्ठभूमि
गोरखपुर में डीओरिया बायपास के पास स्थित Palm Paradise योजना में कुल 120 सस्ते आवासीय फ्लैट उपलब्ध हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और लोअर इन्कम ग्रुप (LIG) के लिए आरक्षित हैं। मूल योजना के तहत आवेदनों का चयन ऑफलाइन प्रक्रिया से करना तय था, लेकिन कम फ्लैटों के बावजूद 9,300 से अधिक आवेदन जमा होने से स्थिति बदल गई।
इनमें 6,000 से अधिक आवेदन EWS वर्ग के थे, जबकि LIG वर्ग के लिए मात्र 300 आवेदन मिले। इतनी बड़ी प्रतिक्रिया के सामने GDA ने पारदर्शिता और सुगमता को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन लॉटरी अपनाने का निर्णय लिया। यह कदम न केवल चयन प्रक्रिया को तेज़ करेगा, बल्कि मध्यस्थों या भ्रष्टाचार की संभावना को भी न्यूनतम करेगा।

ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया और भविष्य की दिशा
अब GDA सभी आवेदनों की स्क्रीनिंग ऑनलाइन कर रहा है। आय प्रमाणपत्र, आरक्षण दस्तावेज़ आदि की जाँच में त्रुटि या कमी वाले आवेदन को उपयोगकर्ता को नोटिफ़िकेशन के माध्यम से सुधारा जाएगा। यदि आवेदक लॉटरी में चुना जाता है, तो उसे दस्तावेज़ जमा करने का अतिरिक्त समय मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस लॉटरी को संचालित करेंगे। लॉटरी का समय नवऋतुओं के दौरान तय किया गया है, जिससे सार्वजनिक भावना के साथ यह कार्यक्रम जुड़ा रहेगा। सभी आवेदकों को मोबाइल अलर्ट के जरिए लॉटरी की तिथि, समय और परिणाम की सूचना दी जाएगी।
- आवेदन स्क्रीनिंग: आय प्रमाणपत्र और आरक्षित दस्तावेज़ की पुष्टि
- डिजिटल नोटिफ़िकेशन: प्रत्येक चरण की सूचना मोबाइल पर
- लॉटरी संचालन: मुख्यमंत्री द्वारा लाइव स्ट्रीम के माध्यम से
- परिणाम प्रकाशित: ऑनलाइन पोर्टल और एचएसएमएस के जरिए
यह नया ऑनलाइन लॉटरी मॉडल न केवल गोरखपुर के आवासीय जरूरतों को सटीक रूप से पूरा करेगा, बल्कि भविष्य में अन्य स्कीमों में भी इस प्रकार की डिजिटल प्रक्रिया अपनाई जा सकती है। GDA Palm Paradise स्कीम अब एक सुगम, पारदर्शी और भरोसेमंद आवंटन प्रक्रिया का उदाहरण बन गई है।