Go Digit IPO: दलाल स्ट्रीट पर सफल शुरुआत
Go Digit General Insurance के शेयरों ने दलाल स्ट्रीट पर शानदान एंट्री लेते हुए अपने निर्गम मूल्य से 5.15% प्रीमियम पर नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में ₹286 पर शुरुआत की। इसी तरह बीएसई (BSE) पर भी इसके शेयर ₹281.10 पर, यानी 3.34% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए। इस IPO को खुदरा और संस्थागत निवेशकों से भारी प्रतिक्रिया मिली, जिससे यह करीब 10 गुना बुक हुआ।
IPO की सफलता का कारण
Go Digit के इस सफल IPO की मुख्य वजह थी खुदरा निवेशकों और संस्थागत खरीदारों से मिल रही मजबूत मांग। कंपनी ने एंकर निवेशकों से लगभग ₹1,176 करोड़ जुटाए। इस निर्गम में ₹1,125 करोड़ के नए शेयर जारी किए गए थे और 5.47 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफ़र-फॉर-सेल (OFS) भी शामिल था।
प्राप्त राशि का उपयोग
कंपनी द्वारा IPO से मिली राशि का उपयोग अपने मौजूदा व्यापार संचालन को समर्थन देने और प्रस्तावित गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए किया जाएगा। Go Digit का मानना है कि इसके शेयरों की लिस्टिंग से इसकी दृश्यता और ब्रांड की छवि में सुधार होगा, जो मौजूदा और संभावित ग्राहकों दोनों के बीच होगा।
शेयरधारकों में प्रतिष्ठित नाम
Go Digit के प्रमुख शेयरधारकों में कनाडा स्थित Fairfax, क्रिकेटर विराट कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं। यह तथ्य न केवल कंपनी की लोकप्रियता को ही दर्शाता है, बल्कि निवेशकों के विश्वास को भी प्रकट करता है।
शेयर बाज़ार में उम्मीदें
हालांकि, शेयर बाज़ार विशेषज्ञ श्रीयांश वी शाह के अनुसार, Go Digit के IPO की लिस्टिंग उम्मीदों से कम रही। श्रीयांश को उम्मीद थी कि शेयर ₹300 प्रति शेयर के आसपास लिस्ट होंगे। फिर भी, Go Digit की यह लिस्टिंग निवेशकों के लुभाने में सफल रही।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्तीय वर्ष 2021-22 में Go Digit का शुद्ध घाटा बढ़कर ₹295 करोड़ हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में ₹122 करोड़ था। इस कंपनी का मूल्यांकन $1 बिलियन से अधिक है और यह भारत की पहली गैर-जीवन बीमा कंपनियों में से एक है जो पूरी तरह से क्लाउड-बेस्ड है और API को एकीकृत करती है।
प्रमुख प्रबंधक
IPO के लिए कंपनी के महत्वपूर्ण प्रबंधकों में Morgan Stanley, ICICI Securities, Axis Capital, HDFC Bank, IIFL Securities और Nuvama शामिल थे। इनकी मदद से IPO को सफलतापूर्वक बाजार में उतारा गया।
Go Digit के IPO की यह सफल शुरुआत दर्शाती है कि भारतीय बाजार में बीमा क्षेत्रों की मांग दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इस IPO से मिली राशि का उपयोग कंपनी को अपने वर्तमान और भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
akshay sharma
Go Digit का IPO दलाल स्ट्रीट पर धूम मचा गया, लेकिन इसमें केवल प्रीमियम ही नहीं, बल्कि कई जटिल अर्थ भी छिपे हैं।
पहले तो यह स्पष्ट है कि खुदरा निवेशकों की उफान भारी थी, जिसने शेयर को 5% से अधिक प्रीमियम पर लिस्ट करवा दिया।
कंपनी ने एंकर निवेशकों से ढेरों करोड़ों की प्रतिज्ञा ली, जो बाजार में विश्वास की बूंदा बांदी जैसा था।
अस्थिरता वाले इस दौर में, ऐसे IPO को 10 गुना बुकेड देखना किसी ज्वालामुखी के फटने जैसा लगता है।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि Go Digit की क्लाउड-आधारित मॉडल ने निवेशकों को एक नया तकनीकी आकर्षण दिया।
विवाद यह है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में कंपनी का शुद्ध घाटा दुगुना हो गया, जो कई विश्लेषकों को चौंका गया।
परंतु यह घाटा एक निवेश परिप्रेक्ष्य में दीर्घकालिक विस्तार का संकेत भी हो सकता है।
वास्तव में, बीमा बाजार में डिजिटल परिवर्तन की लहर तेज़ी से बढ़ रही है, और Go Digit इस लहर का अग्रणी है।
फ़ेयरफ़ैक्स, विराट कोहली, अनुष्का शर्मा जैसे सितारे दाने वाले शेयरधारक इस कंपनी की लोकप्रियता को और बढ़ाते हैं।
यह न केवल ब्रांड को चमक देता है, बल्कि संभावित ग्राहकों का भरोसा भी जीतता है।
एक और पहलू है कि IPO के प्रोसेस में Morgan Stanley, ICICI Securities जैसे वित्तीय दिग्गजों का सहभाग है।
उनके समर्थन से निकलने वाली विश्वसनीयता शेयरधारकों के मन में स्थायित्व का साक्ष्य बनती है।
अब सवाल यह बनता है कि लिस्टिंग के बाद शेयर का मूल्य किस दिशा में जाएगा।
विशेषज्ञ श्रीयांश वी शाह को उम्मीद थी कि शेयर 300 के आसपास लिस्ट होंगे, पर वास्तविकता 286 पर आई।
यह थोड़ा निराशाजनक हो सकता है, लेकिन शुरुआती प्रीमियम इसे संतुलित करता है।
आखिरकार, निवेश का मूल नियम यही है: संभावित लाभ को जोखिम के साथ संतुलित करना, और Go Digit का यह कदम एक जटिल लेकिन आकर्षक पहेली प्रदान करता है।