जब इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हैगली ओवल, क्राइस्टचर्च में केवल 12.4 ओवर (76 गेंदों) में 104 रनों का पीछा किया, तो क्रिकेट के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड बन गया। यह जीत, टेस्ट सीरीज 2025-26हैगली ओवल में शुक्रवार, 29 अक्टूबर, 2025 को हुई, जिससे इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100+ रन का चेज का रिकॉर्ड तोड़ दिया। रन रेट 8.23 था — यह वह गति है जो पहले कभी टेस्ट में देखी नहीं गई। ये सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक दर्शन की जीत है — Bazball।
कैसे बना ये रिकॉर्ड?
इंग्लैंड की टीम ने जब 104 रन का पीछा किया, तो उन्होंने किसी भी बल्लेबाज को बैकफुट पर ले जाने का मौका नहीं दिया। फिल सॉल्ट (28) ने 41 गेंदों में 58 रन बनाए, जबकि हैरी ब्रूक (26) ने बस 35 गेंदों में 78 रन का जबरदस्त शो किया। दोनों ने मिलकर बस 57 गेंदों में 100 रन बना दिए। टीम के कप्तान जोस बटलर (34) ने सिर्फ 12 गेंदों में 22 रन बनाए, जिससे टीम का आत्मविश्वास और बढ़ गया। ये रन बनाने का तरीका बिल्कुल टी20 की तरह था — जल्दी शुरू, जल्दी खत्म।
न्यूजीलैंड का असफलता का राज
न्यूजीलैंड की टीम ने पहले इन्निंग में सिर्फ 171 रन बनाए। टिम सीफर्ट (29) ने 39 रन बनाए, और कप्तान मिचेल सैंटनर (32) ने 36 रन दिए, लेकिन बाकी सभी बल्लेबाज एकदम फेल हो गए। ये सिर्फ बल्लेबाजी की कमी नहीं थी — फील्डिंग में भी गलतियां हुईं। दो बड़ी कैच छूटीं, जिनमें से एक तो ब्रूक के शुरुआती ओवर में हुई। सभी 10 विकेट कैच से गिरे, जो इंग्लैंड की फील्डिंग की तेजी को दर्शाता है।
टी20 सीरीज का असर
ये टेस्ट जीत सिर्फ एक अकेली घटना नहीं है। इससे ठीक चार दिन पहले, टी20 सीरीज का दूसरा मैचहैगली ओवल में भी इंग्लैंड ने 236-4 का नया रिकॉर्ड बनाया था। फिल सॉल्ट ने 85 (56), हैरी ब्रूक ने 78 (35) बनाए — दोनों ने 69 गेंदों में 129 रन का शानदार जोड़ी बनाया। इंग्लैंड ने इस टी20 मैच में 65 रनों से जीत दर्ज की। अब ये दोनों टीमें टेस्ट और टी20 दोनों में एक ही फिलॉसफी अपना रही हैं — बल्लेबाजी को बोरिंग नहीं, बल्कि एक हमला बना दिया गया है।
बाजबॉल का असली मतलब
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने इस जीत को बस "बाजबॉल" का नतीजा बताया। ये शब्द अब सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। ये तकनीक नहीं, बल्कि एक मानसिकता है — जो बैट लेकर आता है, वो जीतने के लिए आता है, बचने के लिए नहीं। ब्रूक ने मैच के बाद कहा, "इस ग्राउंड पर ग्रास कम था, बॉल जल्दी बाउंस कर रही थी। अगर हम धीरे खेलते, तो गेंदबाजों को आराम मिल जाता।" ये बात टेस्ट क्रिकेट के इतिहास को बदल रही है।
अगले कदम क्या हैं?
इंग्लैंड की टीम अब तीसरे टी20 मैच के लिए ईडन पार्क, ऑकलैंड की ओर बढ़ रही है, जहां 31 अक्टूबर को मैच होगा। न्यूजीलैंड के लिए अब सिर्फ एक विकल्प है — जीतना या सीरीज में सफेद झंडा लगाना। टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 3 नवंबर को बेसिन रिजर्व, वेलिंगटन में शुरू होगा। वहां भी इंग्लैंड का दबाव बना रहेगा। अगर वे वहां भी जीत जाते हैं, तो ये दुनिया का पहला ऐसा टीम होगा जिसने टेस्ट और टी20 दोनों में एक साथ जीत का रिकॉर्ड बनाया हो।
क्या ये टेस्ट क्रिकेट का भविष्य है?
1984 में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 266 रन का चेज किया था — उस वक्त रन रेट 4.4 था। आज इंग्लैंड ने 8.23 पर 104 रन बनाए। ये अंतर सिर्फ रनों का नहीं, बल्कि खेल की भावना का है। अब टेस्ट मैचों में बल्लेबाज बस अपने विकेट बचाने के लिए नहीं, बल्कि बारिश के बाद भी जीत के लिए खेल रहे हैं। ये टीम जो एक ओवर में 12 रन बनाने के लिए तैयार है, वो अब किसी भी ग्राउंड पर जीत की उम्मीद करती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इंग्लैंड का ये रिकॉर्ड किसने तोड़ा?
इंग्लैंड ने पिछला रिकॉर्ड, जो वेस्टइंडीज ने 1984 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 266 रन का चेज करके बनाया था, तोड़ दिया। उस वक्त रन रेट 4.4 था, जबकि आज इंग्लैंड ने 104 रन 8.23 रन प्रति ओवर की गति से बनाए। ये सिर्फ रनों की बात नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट की भावना का बदलाव है।
हैगली ओवल क्यों इंग्लैंड के लिए भाग्यशाली है?
हैगली ओवल पर बॉल जल्दी बाउंस करती है और ग्रास कम होता है, जिससे बल्लेबाजों को जल्दी रन बनाने में मदद मिलती है। इंग्लैंड ने यहां टी20 में 236-4 का रिकॉर्ड बनाया और टेस्ट में सबसे तेज चेज किया। ये ग्राउंड अब टेस्ट क्रिकेट के लिए एक नया बेस के रूप में जाना जाने लगा है।
बाजबॉल क्या है और ये कैसे काम करता है?
बाजबॉल एक खेल का दर्शन है जिसमें बल्लेबाज बिना डर के बल्लेबाजी करते हैं। ये अक्सर आउट होने का खतरा भी लेते हैं, लेकिन जीत के लिए जोखिम लेना जरूरी माना जाता है। जोस बटलर ने इसे टेस्ट क्रिकेट में लाया है, जहां पहले धीमी बल्लेबाजी को अच्छा माना जाता था।
न्यूजीलैंड के लिए अब क्या चुनौती है?
न्यूजीलैंड को अब टी20 सीरीज का तीसरा मैच और टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच जीतना होगा। अगर वे इंग्लैंड के खिलाफ अपनी फील्डिंग और बॉलिंग में सुधार नहीं करते, तो वे दोनों सीरीज में हार सकते हैं। उनके लिए ये समय निर्णायक है — न तो बल्लेबाजी बन रही है, न ही गेंदबाजी।
हैरी ब्रूक और फिल सॉल्ट का जोड़ा क्यों इतना खतरनाक है?
ब्रूक और सॉल्ट दोनों टी20 के बल्लेबाज हैं जो टेस्ट में भी उसी तरह खेल रहे हैं। ब्रूक की गति और सॉल्ट की स्थिरता एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन है। दोनों ने टी20 में 69 गेंदों में 129 रन बनाए और टेस्ट में 57 गेंदों में 100 रन बनाए। ये जोड़ा अब इंग्लैंड की सबसे खतरनाक ताकत है।
इंग्लैंड के लिए ये जीत भविष्य के लिए क्यों मायने रखती है?
ये जीत इंग्लैंड को दुनिया के सबसे आक्रामक टेस्ट टीम का दर्जा देती है। अगर वे वेलिंगटन में भी जीत जाते हैं, तो ये टीम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली ऐसी टीम बन जाएगी जिसने टी20 और टेस्ट दोनों में रिकॉर्ड बनाए हों। ये बदलाव दुनिया भर की टीमों के लिए एक नया मानक बन जाएगा।