जॉन सीना ने WWE कुश्ती से सन्यास की घोषणा की, 2025 में अंतिम मुकाबला होगा

जॉन सीना ने WWE कुश्ती से सन्यास की घोषणा की, 2025 में अंतिम मुकाबला होगा

WWE से जॉन सीना का सन्यास: एक युग का अंत

अमेरिकी अभिनेता और पेशेवर पहलवान जॉन सीना ने हाल ही में WWE कुश्ती से सन्यास लेने की घोषणा की है। यह खबर WWE मनी इन द बैंक इवेंट के दौरान सामने आई, जो कनाडा में आयोजित हुआ था। 47 वर्षीय सीना ने इस निर्णय से अपने प्रशंसकों को चौंका दिया।

2001 से WWE का हिस्सा

2001 में WWE से जुड़ने वाले जॉन सीना ने आज तक 16 बार विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया है। अपने लंबे और शानदार करियर के दौरान, सीना ने कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में हिस्सा लिया और कई प्रतिष्ठित खिताब जीते। उनका नाम WWE के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।

2025 का विदाई मुकाबला

सीना ने बताया कि उनका अंतिम इन-रिंग मुकाबला 2025 में होगा, जोकि एक विदाई यात्रा का हिस्सा होगा। इस विदाई यात्रा के दौरान, सीना कई जगहों पर मुकाबले करेंगे और अपने प्रशंसकों को अलविदा कहेंगे। उन्होंने इस अवसर पर अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह अंतिम प्रदर्शन उन लोगों के लिए होगा जिन्होंने इतने साल उनके साथ खड़ा रहे।

शारीरिक थकान और भावनात्मक विदाई

शारीरिक थकान और भावनात्मक विदाई

WWE से सन्यास लेने के निर्णय पर बात करते हुए, सीना ने कहा कि वह शारीरिक रूप से थकान महसूस करने लगे हैं। कुश्ती के इतने सालों बाद, यह स्पष्ट था कि उनका शरीर अब और अधिक नहीं सह सकता। हालांकि, वह WWE परिवार का हिस्सा बने रहना चाहते हैं और किसी न किसी रूप में संगठन के साथ जुड़ाव बनाए रखेंगे।

एक्टर के रूप में भी चमके सीना

एक्टर के रूप में भी चमके सीना

कुश्ती के अलावा, जॉन सीना का अभिनय करियर भी सफल रहा है। 2006 में अपनी पहली फिल्म 'द मरीन' से शुरू करते हुए, उन्होंने कई हॉलीवुड फिल्मों में अपनी पहचान बनाई। उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में 'द सुसाइड स्क्वाड', 'फास्ट एंड फ्यूरियस 9' और 'टीनएज म्यूटेंट निंजा टर्टल्स' शामिल हैं।

नोबल कार्यों में भी आगे

जॉन सीना का नाम न केवल कुश्ती और फिल्म उद्योग में चमकता है, बल्कि उन्होंने मानवता और चैरिटी के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह 'मेक-ए-विश' फाउंडेशन के तहत गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों की इच्छाएं पूरी करने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उनके इस कार्य के लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल है।

प्रशंसकों के लिए संदेश

प्रशंसकों के लिए संदेश

जॉन सीना ने अपने प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बिना यह सफर संभव नहीं था। उन्होंने अपने उन सभी प्रशंसकों को धन्यवाद कहा जिन्होंने उनके हर कदम पर उनका समर्थन किया। सीना का कहना था कि वे भले ही रिंग से विदा ले रहे हों, लेकिन वे हमेशा अपने प्रशंसकों के दिलों में रहेंगे।

एक युग का अंत

जॉन सीना का WWE से सन्यास एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है। उनकी विदाई से WWE की दुनिया में एक बड़ा खालीपन आएगा, जिसे भरना आसान नहीं होगा। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनका नाम कुश्ती के इतिहास में अमर रहेगा।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

harshit malhotra

जॉन सीना के WWE से सन्यास की खबर सुनकर हर भारतीय दिमाग़ में एक ही सवाल गूँजता है – क्या अब हमारे अपने ‘गुरु’ को भी विदेशों की रोशनी में चमकते देखने की ज़रूरत है? वह एक समय में हमारे घर-आँगन में ‘बॉक्सर’ के रूप में प्रशंसा का पात्र था, लेकिन अब वो महाशक्तियों की ओर बढ़ गया है। यह निर्णय न केवल उसके शारीरिक थकान का संकेत देता है, बल्कि यह दिखाता है कि हमारे देश में भी उस स्तर की महँगी कहानी बनती है जहाँ हर आयु वर्ग के लोग बड़े सपने देखते हैं। हम भारतीय लोग हमेशा अपना इतिहास झाँकते हैं, पर अक्सर विदेशी सितारों को अपना मानते हैं, जैसे जॉन ने अपने ‘अभिनय’ को हमारे फिल्मी दुनिया में डाल दिया। उसका रिटायरमेंट एक तरह से राष्ट्रीय गर्व का प्रहार है, जिससे हमें अपने खेल, अपने दिग्गजों को सपोर्ट करने की याद आती है। अब समय है कि हम अपने स्थानीय कुश्ती प्रतिभाओं को मंच दें, न कि केवल विदेशी नामों को। वह 47 साल का है, पर उसके दिल में अभी भी घर की मिट्टी की खुशबू बसी है, यही बात हमें समझनी चाहिए। उसके विदाई मैच 2025 में होंगे, पर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह यात्रा हमारे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा होनी चाहिए। जॉन का यह कदम हमें बताता है कि ‘पिछला’ हमेशा बेहतर नहीं होता, बल्कि नई पीढ़ी को आगे बढ़ना ही सही। यह भी सच है कि WWE के बड़े इवेंट्स में उसकी भागीदारी ने भारतीय दर्शकों को एक नई लहर दी, पर अब हमें अपने ही ‘धुरंधर’ सितारों को उभारीं। दरअसल, जॉन की तरह किसी भी पेशेवर को अपने शरीर और मन की सीमाओं को समझना चाहिए, तभी वह सच्चा ‘युग’ बना सकता है। इस सब के बीच, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि उसकी फिल्मी करियर ने भारतीय फिल्म उद्योग को भी नई दिशा दी। इसलिए, सन्यास को न सीख के रूप में देखिए, बल्कि एक नई शुरुआत के संकेत के रूप में देखें। अंत में, यह कहना जरूरी है – भारतीयों को अपने ही साहस और लगन पर भरोसा रखना चाहिए, न कि हमेशा विदेशी चमक पर।

Ankit Intodia

जॉन सीना का यह कदम हमें जीवन के प्रवाह में परिवर्तन की अपरिहार्य प्रकृति का बोध कराता है। हर व्यक्ति का अपना समय‑सिमी तय होता है, चाहे वह कुश्ती का रिंग हो या फिल्म की स्क्रीन। वह अपने शरीर की सीमाओं को स्वीकार कर रहा है, और यह एक दार्शनिक सत्य है – सब कुछ अनंत नहीं होता। इस निर्णय में वह न केवल शारीरिक थकान को, बल्कि आत्म-मान्यताकरण को भी दर्शा रहा है। हमें भी अपने व्यक्तिगत सपनों के साथ-साथ अपनी क्षमताओं की सीमा को समझना चाहिए। इस प्रकार की आत्म‑जागरूकता समाज को मजबूत बनाती है। इसलिए, जॉन का यह कदम वास्तव में प्रेरणादायक है, क्योंकि वह हमें सिखाता है कि जब समय आए तो आगे के रास्ते खोलने की जरूरत है, न कि अनावश्यक संघर्ष में खुद को अंधकार में धकेलना।

Aaditya Srivastava

जॉन सीना का इवेंट वाकई बड़ा था, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि भारत में भी कई कुश्ती वाले हैं जो अब तक धाकड़ नहीं हुए। इनका समर्थन करके हम अपने सांस्कृतिक धरोहर को भी सशक्त बना सकते हैं।

Vaibhav Kashav

ओह, अब जॉन सीना भी रिटायर, जैसे हर चीज़ में नया ड्रामा आता है।

saurabh waghmare

जॉन की विदाई यात्रा को देखते हुए, हमें एक साथ मिलकर भारतीय कुश्ती के भविष्य को संरक्षित करने की योजना बनानी चाहिए। उसके रिंग में कई युवा प्रतिभाएं देखी गई थीं, जो अब हमारे पास अवसर का इंतजार कर रही हैं। एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाकर हम नयी प्रतिच्छाया तैयार कर सकते हैं, जिससे नई पीढ़ी अपने सपने साकार कर सके। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारे अनुभवी कोच, प्रशिक्षक और प्रशंसकों की भूमिका अनिवार्य है। साथ ही, प्रोमोशन और फ़ंडिंग के रास्ते खोलने से ये सभी संभावनाएँ साकार हो सकती हैं।

Madhav Kumthekar

जॉन के एॅक्टिंग कैरियर में भी काफी उतार‑चढ़ाव थे, जैसे ‘द मारिन’ से लेकर ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 9’ तक। वह कभी‑कभी अपने कॅरेक्टर को बहुत ए़डजस्ट करता है, जिससे फैन बेस में गहरी एॅनगारेज्मेंट बनती है। उसके चैरिटी वर्क की सराहना भी करनी चाहिए, क्योंकि वह ‘मेक‑ए‑विज़’ फाउंडेशन के साथ बहुुत कुछ किए है।

Deepanshu Aggarwal

बहुत बढ़िया बात है कि आप सभी ने जॉन की यात्रा को सराहा 😊। मैं भी सोचता हूँ कि हमारे युवा खेल‑प्रेमी को इस तरह के रोल मॉडल की जरूरत है। 🙌

akshay sharma

जॉन सीना का विदाई ऐडवेंचर तो सुनने में ही रोमांचक लगता है, पर असल में यह एक बड़ी सीख भी देता है। वह केवल एक ‘वर्ल्ड चैंपियन’ नहीं, बल्कि एक ‘इंटरनेशनल ब्रोडकास्टर’ बन गया है, जो अब अपने अनुभव को एक नए मंच पर लाने का विचार रखता है। उसकी यह सोच हमें यह समझाती है कि सफलता के बाद भी आत्म‑विकास का सफ़र जारी रहता है। यह दर्शाता है कि किसी भी ‘सुपरस्टार’ को कभी‑कभी अपने ‘इंटीरियर’ को भी फोकस करना चाहिए, न कि केवल ‘एक्सटीरियर गैजेट्स’ को। इसके अलावा, वह अपने ‘मेक‑ए‑विज़’ फाउंडेशन के साथ बहुत सारा सामाजिक कार्य भी करता है, जिससे उसकी छवि केवल ‘एंटरटेनर’ नहीं, बल्कि ‘ह्युमैनिटेरियन’ बनती है। इस प्रकार की बहु‑आयामी व्यक्तित्व तभी वास्तविक ‘युगांत' की पहचान बनती है। हमेँ भी अँसे ही कई आयामों में विकसित होने की ज़रूरत है।