मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निवास पर आरजी कर अस्पताल विवाद सुलझाने के लिए डॉक्टर्स से मुलाकात

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निवास पर आरजी कर अस्पताल विवाद सुलझाने के लिए डॉक्टर्स से मुलाकात

पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जारी विवाद को सुलझाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को अपने निवास पर बैठक के लिए आमंत्रित किया है। यह बैठक शनिवार शाम 6 बजे के लिए निर्धारित की गई है, जिसका उद्देश्य डॉक्टरों की सभी शिकायतों और मुद्दों को संबोधित करना है।

दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज के एक 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की घटना सामने आई। इस हादसे के बाद से डॉक्टरों में अत्यधिक आक्रोश है और पिछले एक माह से जूनीयर डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को जब सरकार ने इसे खत्म करने का प्रयास किया था, लेकिन बावजूद सभी प्रयासों के, समझौते की दिशा में कोई खास कदम नहीं उठ सका था।

ममता बनर्जी का तय हुआ हस्तक्षेप

डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति की मांग की थी, जो कि सरकार ने स्वीकृत कर ली है। उनका यह मानना है कि बिना मुख्यमंत्री की उपस्थिति के यह मुद्दा पूरी तरह सुलझाया नहीं जा सकता। हालांकि, सरकार ने डॉक्टरों की उस मांग को नहीं माना जिसमें उन्होंने बातचीत की लाइव टेलीकास्ट की मांग की थी। इसके साथ ही 30 डॉक्टरों की मांग को भी कम कर 15 डॉक्टरों की ही मंजूरी दी गई है।

डॉक्टरों की यह बैठक राज्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इससे न केवल अस्पताल की सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी बल्कि इससे जुड़े अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दे भी हल हो सकेंगे। शनिवार शाम को जब यह बैठक होने जा रही है, तो इसमें भी थी कुछ अलग ही शक्लें देखने को मिल सकती हैं।

बेहद संवेदनशील है यह बैठक

यह बैठक इसलिए भी अतिमहत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो चुकी हैं। स्थिति इस कदर खराब हो चुकी थी कि कई मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा। सरकार और डॉक्टरों के बीच का यह संवाद विशेष रुप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका सीधा असर हजारों मरीजों और उनके परिवारों पर पड़ रहा है।

जिन डॉक्टरों ने बैठक में शामिल होने को स्वीकृति दी है, का मत है कि इस बार वे अपनी मांगों को स्पष्ट रुप से मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे। उन्होंने ममता बनर्जी से अपेक्षा की हैं कि वे इन मुद्दों को गम्भीरतापूर्वक लेगी और जल्द ही इसका समाधान निकालेंगी।

डॉक्टर्स की मांगे

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि उनकी निम्नलिखित मांगे हैं जिसका समाधान शीघ्र किया जाना चाहिए:

  • अस्पताल सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था।
  • सभी डॉक्टरों और हास्पिटल कर्मचारियों की सुरक्षा गारंटी।
  • आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना।
  • पीड़ित के परिवार को उचित मुआवजा।

पश्चिम बंगाल सरकार जिन प्राथमिक मुद्दों को लेकर चिंतित है, उनमें प्रमुख है- अस्पताल परिसर की सुरक्षा। सरकार ने इससे पहले डॉक्टरों से कहा था कि वह इस मुद्दे को प्राथमिकता पर रखेगी, लेकिन डॉक्टरों को इस पर पूरा भरोसा नहीं था।

जैसे ही शनिवार की बैठक समाप्त होगी, पूरे राज्य की नजरें इस पर रहेंगी कि सरकार और डॉक्टरों के बीच क्या सहमति बन पाती है। यह बैठक एक निर्णयात्मक मोड़ हो सकता है जो अंतिम रूप से दोनों पक्षों के बीच सुलह का रास्ता खोल सके।

आगे का रास्ता

आगे का रास्ता

यदि इस बैठक में किसी प्रकार की सहमति बनती है या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाता है, तो इसका सीधा फायदा आम जनता को होगा। इससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सामान्य स्थिति में लाया जा सकेगा।

आखिरकार, इस बैठक में सरकार की क्या रणनीति रहती है और डॉक्टरों की क्या प्रतिक्रिया होती है, यह बेहद दिलचस्प रहेगा। इससे स्पष्ट होगा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस संवेदनशील मुद्दे को कैसे हल करती है और इसे कितनी गंभीरता से लेती है।

द्वारा लिखित राजीव कदम

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।