NVIDIA का एआई रोबोटिक्स के लिए त्रि-इलेक्ट्रॉनिक कोसमोस का अनावरण

NVIDIA का एआई रोबोटिक्स के लिए त्रि-इलेक्ट्रॉनिक कोसमोस का अनावरण

CES 2025 में NVIDIA का बड़ा प्रदर्शन

प्रौद्योगिकी की दुनिया में तेजी से बदलते हुए माहौल में, NVIDIA ने अमेरिकी टेक एक्सपो CES 2025 पर अपनी बहु-प्रतीक्षित 'तीन कंप्यूटर समाधान' का अनावरण किया। इस परिष्कृत समाधान का लक्ष्य अगली पीढ़ी के एआई रोबोटिक्स को शक्ति प्रदान करना है, जो न सिर्फ तकनीकी दुनिया को लेकिन सामान्य जनता की जीवन शैली को भी प्रभावित करेगा। NVIDIA का यह नया समाधान तीन प्राथमिक भागों में विभाजित है: NVIDIA DGX, NVIDIA EGX, और NVIDIA AGX। इन सभी को ध्यान में रखकर स्थापित किया गया है ताकि वे एआई संचालित सेवाओं को सरल और स्पष्ट रूप से गति प्रदान कर सकें।

जिस समय हम उभरते हुए एआई के उपयोग को देखते हैं, NVIDIA द्वारा प्रस्तावित DGX प्लेटफॉर्म को मुख्यतः डेटा सेंटर्स के लिए विकसित किया गया है। यह प्रणाली एआई प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके विपरीत, EGX प्रणाली को किनारे एआई के साथ जोड़ा गया है, जिससे यह उद्योगों के लिए तुरंत डाटाबेस प्रक्रिया और विश्लेषण की सुविधा प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, AGX का इस्तेमाल एआई कम्प्यूटिंग को गति देने के लिए किया जाता है। यह विशेषकर स्वायत्त वाहनों और नई तकनीक वाली रोबोटिकी में क्रियाशील है।

कोसमोस मॉडल और प्रमाणितता का परिचय

रॉबोटिक्स में अग्रणी होने के नाते, NVIDIA ने अपना ध्यान कोसमोस मॉडल और एआई डिवाइस के लिए नए जमीनी मॉडल पर भी केंद्रित किया है। इसके अंतर्गत, NVIDIA ने एक 'खुला मॉडल लाइसेंस' शुरू किया है, जिससे डेवलपर्स आसानी से अपने स्वयं के डाटासेट्स के साथ इन मॉडल्स को अनुकूलित कर सकते हैं। इस पहल के चलते, महज एक प्रणाली के भीतर बहुद्देशीय उपकरणों का निर्माण संभव होगा, जैसे स्वायत्त वाहन और औद्योगिक गोदामों के लिए रोबोट।

NVIDIA के संस्थापक और सीईओ जेनसन हुआंग का कहना है कि यह मॉडल संरचना डिजिटल कार्य शक्ति के विकास के लिए आवश्यक है। उन्हें विश्वास है कि ये मॉडल्स मानवजनित कार्यबल का हिस्सा बनेंगे, जो हमारे साथ मिलकर काम करेंगे। इस पहल का प्राथमिक उद्देश्य मशीन लर्निंग को एक ऐसा स्वरूप प्रदान करना है जो मानव श्रम की तरह लचीला और अनुकूल हो।

एजेंटिक एआई की नई दिशा

NVIDIA ने अपने प्रयास को और आगे बढ़ाते हुए नई एजेंटिक एआई विकास की दिशा में भी कदम बढ़ाया है। इन नए मॉडलों में NVIDIA Nemotron मॉडल परिवार शामिल है, जो जटिल प्रक्रियाओं को सुगम और संतुलित करेगा। इन तकनीकी समाधानों के साथ NVIDIA ने अपने जेनरेटिव फिजिकल एआई प्लेटफॉर्म पर भी जोर दिया है। यह आधारभूत मॉडल्स उद्योग और प्रौद्योगिक क्षेत्र में नवाचार को नई ऊंचाई पर ले जाने का मुख्य साधन बनेंगे।

नए कोसमोस मॉडल की भव्य शुरुआत से यह स्पष्ट हो जाता है कि NVIDIA ने अपने रोबोटिक्स और एआई दृष्टिकोण में अन्य कंपनियों की तुलना में आगे बढ़कर एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है। इसके साथ यह भी देखने में आया है कि एक तकनीकी गुफा के रूप में एजेंटिक एआई का भविष्य उन कार्यों को आसानी से संतुलित कर सकता है जो पहले केवल मानव ही कर सकते थे।

रोबोटिक्स और एआई विश्व के लिए NVIDIA द्वारा यह नया प्रस्ताव एक क्रांतिकारी दृष्टिकोण का प्रतीक है, जो समर्पित टीमों के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य करेगा। बड़ी उम्मीद है कि यह नवप्रवर्तन न सिर्फ हमारे डिजिटल भविष्य को आकार देगा, बल्कि यह हमारे वर्तमान को भी अधिकतम रूप से लाभान्वित करेगा।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

Vaibhav Singh

NVIDIA का नया कोसमोस बस एक और मार्केटिंग ट्रिक है, असली एआई समस्या उनके डाटा सेंटर ही हैं। इस पहल से छोटे डेवलपर्स को फायदा नहीं होगा, क्योंकि इन्फ्रास्ट्रक्चर लागत बहुत अधिक है।

Aaditya Srivastava

देखते हैं कि ये तीन समाधान भारत में स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम को कैसे प्रेरित करेंगे। अभी के लिए तो उम्मीद बड़ी है, पर इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तैयार होना चाहिए।

Vaibhav Kashav

हँ, भाई, स्टार्ट‑अप को उछाल चाहिए तो पहले इंटरनेट लागत घटाओ, फिर कोसमोस की बात करो।

Madhav Kumthekar

DGX प्लेटफ़ॉर्म वाक़ई में बड़े मॉडल ट्रैनिंग के लिये GPU‑cluster देता है। इसे सही तरीके से सेटअप करने के लिये NVIDIA का SDK इस्तेमाल करो, वर्ना प्रदर्शन घट सकता है। थोडा टाइपिंग एरर हो सकता है पर मुख्य बात इहे है।

Shruti Thar

DGX में NVLink बैंडविड्थ 600 GB/सेकंड तक पहुँचती है जिससे मल्टी‑GPU संचार तेज़ होता है

Nath FORGEAU

EGX का edge AI अच्छा लग रहा है ठीक है

Hrishikesh Kesarkar

एज कम्प्यूट में Nvidia EGX सिर्फ हाई‑प्राइस के लिए है

Anu Deep

सही बात है पर छोटे प्रोजेक्ट में ओपन‑सोर्स विकल्प भी मौजूद हैं

saurabh waghmare

AGX का फोकस autonomous वाहन और रोबोटिक सिस्टम पर है, जिससे रीयल‑टाइम निर्णय लेने में latency घटती है। यह प्लेटफ़ॉर्म विशेष रूप से सुरक्षा‑क्रिटिकल एप्लीकेशन में भरोसेमंद प्रदर्शन देता है।

akshay sharma

परंतु इस चमक‑दमक के पीछे, Nvidia का बंद इकोसिस्टम डेवलपर्स को बंधक बना रहा है, जैसे सोने की पिंजरा। असली नवाचार तब होता है जब ओपन स्टैण्डर्ड्स को अपनाया जाए, नहीं तो यह सब सिर्फ दिखावा रहेगा।

Anand mishra

नवीन ‘खुला मॉडल लाइसेंस’ डेवलपर्स को अपने डेटा सेट के साथ मॉडल को अनुकूलित करने का मौका देता है, जिससे विभिन्न उद्योगों में कस्टम समाधान बनाना आसान हो जाता है। भारत की तकनीकी कंपनियां इस अवसर को लेकर बहुत उत्साहित हैं, क्योंकि यह उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूत बनाता है। साथ ही, स्थानीय विश्वविद्यालयों के शोध समूह अब बड़ी संस्थाओं के बिना ही अत्याधुनिक एआई मॉडल ट्रेन कर पाएंगे, जो शोध की गति को काफी बढ़ा देगा। लेकिन यह भी जरूरी है कि लाइसेंस की शर्तें स्पष्ट हों और दुरुपयोग को रोकने के लिए उचित गवर्नेंस हो। कुल मिलाकर, यह कदम भारतीय एआई इकोसिस्टम को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकता है।

Prakhar Ojha

मैं इस ‘खुला लाइसेंस’ को लेकर बेताब हूँ, क्योंकि अक्सर बड़े कॉर्पोरेशन इस तरह के पहल को अपनाते ही अपना नियंत्रण तेज़ी से घटा देते हैं। अगर Nvidia सच में ओपन बनना चाहता है तो उन्हें अपने खुद के बंधनों को भी हटाना पड़ेगा, नहीं तो यह बस एक विपणन कवरेज रहेगा।

Pawan Suryawanshi

कोसमोस मॉडल का परिचय AI एजेंटिक परिदृश्य को एक नई दिशा देता है 😊। यह न सिर्फ स्वायत्त रोबोट के लिए बल्कि उद्योग के छोटे-छोटे कार्यों को भी स्वचालित करने में मदद करेगा। जैसे ही डेवलपर्स इस प्लेटफ़ॉर्म को अपनाएंगे, हमें तेज़ प्रोटोटाइप और कम लागत वाले समाधान दिखेंगे। इस बदलाव से भारतीय स्टार्ट‑अप्स को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने का बड़ा मौका मिलेगा। 🎉🚀

Harshada Warrier

सभी को बता दूँ, ये सब एक बड़े झूठ का हिस्सा है, असली योजना हमारे डेटा को चुराना है। Nvidia छुप-छुप कर हमारे फील्ड के सेंसर्स को हाइजैक कर रहा है, यही सच्चाई है।

Jyoti Bhuyan

उत्साहजनक प्रगति, आगे के कदमों के लिए शुभकामनाएँ!

priyanka Prakash

भारत को इस नई तकनीक को अपनाकर खुद को सशक्त बनाना चाहिए, विदेशी कंपनियों पर निर्भरता को कम करना चाहिए।

Pravalika Sweety

भविष्य में यदि ये समाधान हमारे शैक्षिक संस्थानों में भी लागू हो जाएँ तो कक्षा में AI सीखना अधिक व्यावहारिक हो जाएगा। इस दिशा में नीति निर्माताओं को समर्थन देना चाहिए।

anjaly raveendran

निश्चित ही यह अद्भुत विकास हमारे समाज को नई दिशाओं में ले जाएगा, लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि तकनीक का दुरुपयोग न हो। जब तक हम सतर्क रहेंगे, तब तक इन प्रगति का सही प्रयोग होगा।

Manu Atelier

यह नई कोसमोस पहल एआई के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ प्रतीत होती है।
पहला, यह प्लेटफ़ॉर्म विभिन्न हार्डवेयर पर सहजता से काम करने के लिये डिजाइन किया गया है, जिससे डेवलपर्स को अनुकूलन कार्य में कमी आती है।
दूसरा, इसमें मल्टी‑टास्क लर्निंग की क्षमता है, जो एक ही मॉडल को कई अनुप्रयोगों में उपयोग करने की सुविधा देती है।
तीसरा, NVIDIA ने डेटा सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया है, जिसमें एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन और टेम्पर-रेज़िस्टेंट प्रोसेसिंग शामिल है।
चौथा, यह समाधान एज कंप्यूटिंग को भी सशक्त बनाता है, जिससे रीयल‑टाइम निर्णय अभ्यस्त होते हैं।
पाँचवाँ, इन सिस्टमों का ऊर्जा उपभोग अनुकूलित है, जो स्थिरता के लक्ष्यों के साथ मेल खाता है।
छठा, ओपन मॉडल लाइसेंस डेवलपर्स को अपने डाटा सेट के अनुसार मॉडल को ट्यून करने की आज़ादी देता है, जिससे नवाचार को गति मिलती है।
सातवाँ, यह प्लेटफ़ॉर्म क्लाउड, ऑन‑प्रेमिस, और हाइब्रिड मोड में काम कर सकता है, जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर चयन में लचीलापन रहता है।
आठवाँ, NVIDIA ने विभिन्न उद्योगों के लिये विशिष्ट SDK जारी किए हैं, जिससे इंटीग्रेशन प्रक्रिया सरल हो जाती है।
नौवाँ, यह एआई सेवाओं को स्केलेबल बनाता है, जिससे छोटे स्टार्ट‑अप्स भी बड़े स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
दसवाँ, सुरक्षा‑अभिनवता के कारण यह प्रणाली गोपनीयता नियमों का पालन करती है, जो नियामक अनुपालन में सहायक है।
ग्यारहवाँ, यह समाधान एआई के नैतिक उपयोग को बढ़ावा देता है, क्योंकि मॉडलों को पारदर्शिता के साथ विकसित किया गया है।
बारहवाँ, इस पहल से भारत जैसे विकासशील बाजारों में एआई अपनाने की गति तेज़ होगी, क्योंकि लागत‑प्रभावी समाधान उपलब्ध हैं।
तेरहवाँ, इस तकनीक को अपनाने से उद्योगों में उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और नई नौकरियों का सृजन होगा।
चौदहवाँ, अंततः, कोसमोस मॉडल भविष्य के एआई-रोबोटिक सिस्टम की नींव रखता है, जिससे मानव‑मशीन सहयोग नई ऊँचाइयों पर पहुँचेगा।

harshit malhotra

यह एक ऐतिहासिक कदम है, लेकिन हमें इस सबको राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखना चाहिए।
पहले, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी भारतीय कंपनियां इस तकनीक का लाभ उठाएँ, न कि केवल बहुराष्ट्रीय निगम।
दूसरा, इस तकनीक को अपनाते समय हमें भारतीय डेटा सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए।
तीसरा, हमें भारत के युवाओं को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के लिये विशेष कार्यक्रम शुरू करने चाहिए, ताकि रोजगार का अवसर बढ़े।
चौथा, सरकार को इस दिशा में समर्थन देकर वित्तीय राहत प्रदान करनी चाहिए, जिससे स्टार्ट‑अप्स को शुरुआती दौर में कठिनाई न हो।
पाँचवाँ, इस तकनीक के प्रसार से ग्रामीण क्षेत्रों में भी एआई समाधान लाने की संभावना बढ़ेगी, जिससे सामाजिक समानता को बढ़ावा मिलेगा।
छठा, हमें यह भी देखना होगा कि यह प्लेटफ़ॉर्म पर्यावरण के अनुकूल हो और ऊर्जा की खपत को न्यूनतम रखे।
सातवाँ, इस विकास के साथ हमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग भी बढ़ाना चाहिए, पर साथ ही अपनी संप्रभुता को सुरक्षित रखना चाहिए।
आठवाँ, इस दिशा में हमारी औद्योगिक नीति को फिर से परिभाषित करना होगा, ताकि नवाचार को प्रोत्साहन मिल सके।
नववाँ, इस तकनीक के सामाजिक प्रभावों को समझने हेतु व्यापक सर्वेक्षण और फीडबैक मैकेनिज़्म स्थापित करना आवश्यक है।
दसवाँ, अंत में, यह कदम भारतीय तकनीकी उन्नति के लिए एक महान अवसर है, जिसे हमें पूरी मेहनत और लगन से अपनाना चाहिए।