PG Electroplast शेयर में चार दिन में 40% की गिरावट, पांच साल की दमदार रैली के बाद निवेशकों में हड़कंप

PG Electroplast शेयर में चार दिन में 40% की गिरावट, पांच साल की दमदार रैली के बाद निवेशकों में हड़कंप

PG Electroplast: पांच साल में 1000% रिटर्न के बाद चार दिन में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट

PG Electroplast का नाम हाल के दिनों में सबसे चर्चित शेयरों में शामिल हो चुका है। सिर्फ पांच साल में 1000% से भी ज्यादा रिटर्न देने वाली यह कंपनी एक झटके में निवेशकों के होश उड़ा गई है। पिछले चार ट्रेडिंग सेशंस में कंपनी के शेयर 40% गिर चुके हैं। शुक्रवार, 8 अगस्त को 20% टूटने के तुरंत बाद सोमवार, 11 अगस्त को इसमें फिर 15-20% की गिरावट आ गई। जनवरी 2025 में जहां शेयर ने 1,054 रुपये का शिखर छुआ था, वहीं अब यह 500 रुपये के आस-पास आकर टिक गया है।

शेयर बाजार के पुराने खिलाड़ी कह रहे हैं—इतना बड़ा करेक्शन बहुत कम देखा जाता है, खासकर इतने कम वक्त में। कई निवेशक जिनके लिए यह स्टॉक मल्टीबैगर साबित हुआ था, अब बड़ी चिंता में हैं।

गिरावट के पीछे किन वजहों का खेल?

दरअसल, सबकुछ बिगड़ा कंपनी के Q1 FY26 रिजल्ट और उससे भी ज्यादा उसकी सालाना गाइडेंस पर। अप्रैल-जून तिमाही में PG Electroplast ने रेवेन्यू तो 14% बढ़ाकर 1,504 करोड़ रुपये कर लिया, लेकिन नेट प्रॉफिट 21% गिरकर केवल 67 करोड़ रुपये रह गया (पिछले साल 85 करोड़ था)। EBITDA में भी 7% की कमी दर्ज हुई। कंपनी की सबसे बड़ी चिंता रही- मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट की पूरी भरपाई नहीं हो पाई, जिससे मार्जिन पर असर पड़ा।

मैनेजमेंट ने FY26 के रेवेन्यू ग्रोथ का टारगेट घटाकर 17-19% (5,700-5,800 करोड़) कर दिया, जबकि पहले 30.3% (6,345 करोड़) की उम्मीद थी। PAT के लिए भी गाइडेंस 23% घटाकर 310 करोड़ रुपये और EBITDA मार्जिन में 125-150 बेसिस पॉइंट्स की कटौती कर दी गई।

आंकड़ों पर ध्यान दें तो अप्रैल में ऑर्डर वॉल्यूम 70% बढ़ गया था, फिर मई में ग्रोथ घटकर 18% रह गई, लेकिन सबसे बड़ा झटका जून-जुलाई में मिला। इन दोनों महीनों में लगभग 70% ऑर्डर्स कैंसिल हो गए। इसके पीछे कंपनी ने मानसून का जल्दी आना और सीजनल सेल्स में गिरावट को दोष दिया, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक चैनल्स और ब्रांड्स के पास स्टॉक ज्यादा जमा हो जाना असली वजह है।

  • FY26 के लिए कंपनी ने कैपेक्स प्लान भी 8-9 अरब रुपये से घटाकर 7-7.5 अरब कर दिया
  • ऐसी खबरों के बाद निवेशकों में अफरा-तफरी मच गई

स्टॉक लगातार लोअर सर्किट में जाता रहा। सिर्फ सोमवार को ही 79 लाख शेयर (करीब 2.82% हिस्सेदारी) करीब 406 करोड़ रुपये में और फिर एक ब्लॉक डील में 1.04 करोड़ शेयर (3.7% हिस्सेदारी) 526 करोड़ रुपये में बिके। यानी, बाजार में फाइनेंशियल स्टॉक्स के बड़े-बड़े हाथ भी एक्टिव हो गए।

Nuvama Institutional Equities ने अपना टारगेट प्राइस 35% घटाकर 710 रुपये कर दिया, EPS अनुमान भी अगले तीन वर्षों के लिए 35%, 25% और 10% घटा दिए। इतना होते हुए भी ब्रोकरेज ने 'Buy' रेटिंग बरकरार रखी है, और कहा है कि अभी भी PG Electroplast में 25% तक की रिकवरी पॉसिबल है। JM Financial ने भी शेयर पर 'Buy' जारी रखा लेकिन टारगेट 790 रुपये कर दिया। उनका मानना है कि कंपनी इंडस्ट्री ग्रोथ से आगे ही निकलेगी, हालांकि Q1 बेहद निराशाजनक रहा।

शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम इतना बढ़ गया कि अब इसे F&O बैन भी झेलना पड़ रहा है। यानी, उस दिन कॉन्ट्रैक्ट्स में ट्रेडिंग की लिमिट पार हो गई। नए और छोटे निवेशक इस तेजी से आई गिरावट से सन्न हैं।

इसके बावजूद, कुछ मार्केट एक्सपर्ट मान रहे हैं कि PG Electroplast की लॉन्ग-टर्म स्टोरी में जो दम है, वह बरकरार है। रूम एसी और वॉशिंग मशीन जैसी कैटेगरी में कंपनी की पकड़ मजबूत है, डिमांड इंडिकेटर्स भी अच्छे दिख रहे हैं। फेस्टिव सीजन और मार्केट का मिजाज सुधरने पर कंपनी फिर उछल सकती है। पर जो भी हो, फिलहाल, निवेशकों के लिए यह समय बहुत भारी है।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।

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Ankit Intodia

समय के सन्दर्भ में हम अक्सर शेयरों को नज़र के सामने झूलते हुए देखते हैं, पर यह गिरावट हमें याद दिलाती है कि सफलता का रास्ता हमेशा सीधा नहीं होता। पाँच साल में 1000% रिटर्न तो उल्लेखनीय था, पर ऐसी तीव्र गिरावट में बाजार की मनोवैज्ञानिक अस्थिरता स्पष्ट होती है। निवेशक को अब केवल फॉर्मैटल आंकड़ों नहीं, बल्कि कंपनी के ऑपरेशनल कारकों को भी गहराई से समझना चाहिए।

Aaditya Srivastava

भाइयों, आजकल की मार्केट में ये तेज़ी-ध्रुती बदलाव जैसे मौसम के अचानक बदलते सर्दी-गर्मी जैसा हो गया है, इसलिए सिवाय बुनियादी बोले तो ध्यान रखना ज़रूरी है।

Vaibhav Kashav

क्या बात है, एक ही सप्ताह में चढ़ा-उतरा, मानो रोलरकोस्टर में सवारी कर रहे हों। अब तो लिफ़ाफ़ा खोलते ही नज़र में आएगा-बाजार भी कभी‑कभी मज़ाक करता है।

Chandan kumar

सिर्फ़ एक महीने में 40% गिरना बहुत ज़्यादा है।

Swapnil Kapoor

आपने सही कहा कि बाजार का मूवमेंट कभी‑कभी मौसमी बदलाव जैसा लगता है, लेकिन यहाँ प्रमुख कारण कंपनी की मौलिक वित्तीय शक्ति में कमी है।
Q1 में राजस्व बढ़ने के बावजूद शुद्ध लाभ में 21% की गिरावट दिखाती है कि लागत नियंत्रण में गंभीर चूक हुई है।
विशेष रूप से कच्चे माल की कीमतों में उछाल और उत्पादन दक्षता में गिरावट ने मार्जिन को खींचा है।
कम्पनी ने FY26 के लिए राजस्व लक्ष्य को 30% से घटाकर 17‑19% कर दिया, जो निवेशकों के भरोसे को कमजोर करता है।
कैपेक्स बजट में भी कटौती का मतलब है कि भविष्य में नई तकनीक या क्षमता विस्तार में देरी होगी।
ऑर्डर कैंसिलेशन की दर 70% तक पहुँचना दर्शाता है कि डील पाइपलाइन में बहु‑स्तरीय समस्याएँ हैं।
बाजार में स्टॉक की बड़ी बिक्री और संस्थागत हाथों की सक्रियता यह संकेत देती है कि बड़ी इकाइयाँ भी जोखिम को कम करना चाह रही हैं।
Nuvama और JM Financial ने अभी भी ‘Buy’ रखी है, पर लक्ष्य मूल्य में भारी कटौती उनकी सावधानीपूर्ण दृढ़ता को दर्शाती है।
F&O बैन होना इस बात का इशारा है कि लिक्विडिटी में अचानक गिरावट आई है, जिससे छोटा निवेशक अधिक नुक़सान झेल सकता है।
आगे का रास्ता स्पष्ट नहीं है, पर यदि कंपनी उत्पादन लागत को घटाने और नई प्रोडक्ट लाइनों में निवेश करने में सफल रहती है तो पुनरुद्धार संभव है।
डिमांड साइड से एसी और वॉशिंग मशीन जैसे सेक्टर में अभी भी आशा है, विशेषकर फेस्टिव सीजन में।
परंतु इस पुनरुद्धार के लिए कंपनी को पहले अपने आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करना पड़ेगा।
संभव है कि अल्पावधि में शेयर वैल्यू और अधिक गिरे, पर दीर्घकालिक रैली के लिये बुनियादी सुधार आवश्यक है।
इसीलिए निवेशकों को अपनी पोर्टफोलियो में जोखिम को संतुलित करते हुए PG Electroplast को एक ‘सुपर‑ट्रेंड’ के रूप में नहीं, बल्कि एक ‘टर्न‑एराउंड’ केस के रूप में देखना चाहिए।
यदि कंपनी इन चुनौतियों को पार कर लेती है तो अगले दो‑तीन साल में 25‑30% की सच्ची रिटर्न की संभावना बनी रहती है।

kuldeep singh

यह गिरावट देख कर दिल से एक छोटा नाटक उतर आया, जैसे ही शेयर सिटी में धड़कन थम गई। किन्तु याद रखिए, बाजार की लहरें हमेशा उछाल लेती हैं, और पीजी इलेक्ट्रोप्लास्ट भी इस तरह के उतार‑चढ़ाव से जूझता रहा है। अगर कंपनी अपनी उत्पादन लागत घटा ले और नई मॉडल्स लांच करे, तो दर्शक फिर से तालियों की गड़ soundtrack सुनेंगे। तब तक के लिए इस नाट्य को थोड़ा थमने दीजिए।

Shweta Tiwari

नाम के तौर पर PG Electroplast का शेयर बहुत आशा दिखा रहा था, पर अब आंकड़े कुछ अलग बयां कर रहे हैं। फाइनैंसियल रिपोर्ट में दिख रहा है कि राजस्व तो बढ़ा है, पर मुनाफ़ा घटा है – यह एक क्लासिक केस है जहाँ टॉप‑लाइन और बॉटम‑लाइन अलग‑अलग दिशा में चलती हैं। इस कारण से निवेशकों को सिर्फ़ कोट्स नहीं, बल्कि मर्गिनल इफ़ेक्ट्स भी समझना चाहिए।

Pravalika Sweety

समझता हूँ कि सभी को यह झटका असहज लगा है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से कंपनी की संभावना अभी भी मौजूद है।

Hrishikesh Kesarkar

कंपनी को लागत घटाने की जरूरत है; कीमतों में बढ़ोतरी न करें।

Manu Atelier

आपके द्वारा प्रस्तुत आंकड़े यह स्पष्ट करते हैं कि कंपनी ने FY26 के लिए अपनी वृद्धि अपेक्षाएँ घटा दी हैं, जो निस्संदेह निवेशकों के मनोबल को प्रभावित करेगा। तथापि, बाजार के अनुभवी विश्लेषकों ने अभी भी ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी है, जिससे संभावित पुनरुद्धार की उम्मीद बनी रहती है। इस परिप्रेक्ष्य में, सूचित निर्णय लेने हेतु कंपनी की लागत संरचना और भविष्य के कैपेक्स प्लान को सूक्ष्मता से विश्लेषित करना आवश्यक है। यदि ये पहलू सकारात्मक दिशा में बदलते हैं, तो शेयर की पुनः मूल्यांकन की संभावना उच्च होगी।