जब हम शेयर गिरावट, स्टॉक कीमतों में तेज़ गिरावट को दर्शाता है की बात करते हैं, तो सबसे पहले दो प्रमुख बाजार संकेतकों की याद आती है – Sensex, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स और Nifty, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50‑शेयर बेंचमार्क। इन दोनों में गिरावट अक्सर विदेशी संस्थागत निवेशक, FII जो बड़े पैमाने पर भारतीय शेयर खरीद‑बेच करते हैं के बड़े सरनावेज़ों से जुड़ी होती है। जब FIIसी इक्विटी बाहर निकालते हैं, तो पूंजी आउटफ़्लो तेज़ हो जाता है और बाजार में बेचनी की लहर चल पड़ती है। यही कारण है कि शेयर गिरावट की खबरें अक्सर आर्थिक डेटा, विदेशियों के पोर्टफोलियो बदलाव और वैश्विक जोखिम‑भेद से मिलकर बनती हैं।
शेयर गिरावट के पीछे कई कारक मिलकर काम करते हैं। सबसे पहले, महंगाई डेटा और RBI की नीतियों में बदलाव निवेशकों को असहज बना सकते हैं। अगर ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो इक्विटी की आकर्षकता घटती है और निवेशक फिक्स्ड‑इनकम की ओर झुकते हैं। दूसरा, अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ जैसे यू.एस. में दरें, तेल की कीमतें या भू‑राजनीतिक तनाव तेज़ी से बाजार भावना को हिला देते हैं। तीसरा, कंपनी‑स्तर पर खराब क्वार्टरली रिपोर्ट या बैंड थ्रेशहोल्ड से स्टॉक्स में अचानक गिरावट देखी जाती है। इन सबका समन्वय Sensex और Nifty को नीचे ले जाता है, जिससे छोटे‑बड़े निवेशकों को शेयर गिरावट का सामना करना पड़ता है।
तो, इस स्थिति में निवेशकों को क्या करना चाहिए? सबसे पहले, पोर्टफ़ोलियो में विविधता रखें – केवल बड़े‑कैप नहीं, बल्कि मिड‑कैप और डिफेंसिव सेक्टर जैसे फॉर्च्यून 500 के भीतर विविध शेयर रखें। दूसरा, स्टॉप‑लॉस सेट करना ज़रूरी है; यह एक प्री‑डिफाइंड प्राइस लेवल पर आपके नुकसान को सीमित कर देता है। तीसरा, बाजार के तकनीकी संकेतकों जैसे RSI, MACD और ट्रेडिंग वॉल्यूम को समझें; ये आपको यह बता सकते हैं कि गिरावट अस्थायी है या ट्रेंड बदल रहा है। अंत में, अगर आपके पास लम्बी अवधि का निवेश लक्ष्य है, तो शेयर गिरावट को खरीदने के अवसर के रूप में देख सकते हैं, बशर्ते कंपनी की मूलभूत स्थिति मजबूत हो। इस तरह आप शेयर गिरावट के जोखिम को कम कर, भविष्य में पुनरुद्धार का फायदा उठा सकते हैं।
आप आगे नीचे दिए गए लेखों में शेयर गिरावट के विभिन्न पहलुओं – आर्थिक कारण, बाजार संकेतक और विशेषज्ञों के विश्लेषण – को विस्तार से पढ़ेंगे। प्रत्येक प्राथमिकता आपके निवेश निर्णयों को स्पष्टता प्रदान करेगी और आप समझ पाएंगे कि कब लेन‑देन करना सुरक्षित रहेगा। अब आगे बढ़ते हैं और देखिए हमारी चुनी‑गई खबरें और विश्लेषण।
विदेश मंत्रालय ने BLS International को दो साल के लिए नई टेंडर बोली से रोक दिया, शेयर 18% गिरे। मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट unaffected, लेकिन प्रतिस्पर्धी VFS Global को फायदा।
टाटा मोटर्स के शेयरों में 4% की गिरावट आई, क्योंकि ब्रिटिश सहायक जॅगर लैण्ड रोवर पर बड़े पैमाने का ransomware हमला हुआ है। यूके में सभी उत्पादन इकाइयों को अक्टूबर 2025 तक बंद रख दिया गया है, जिससे अनुमानित नुकसान £2 बिलियन से ऊपर है। जॅगर लैण्ड रोवर की उत्पादन रुकावट टाटा मोटर्स की 70% राजस्व को प्रभावित करेगी, जिससे निवेशकों में बेचैनी बढ़ी है।