टाटा मोटर्स के शेयर 4% गिरे, जिएगलैंड रोवर पर महँगा साइबर अटैक

टाटा मोटर्स के शेयर 4% गिरे, जिएगलैंड रोवर पर महँगा साइबर अटैक

जैगर लैण्ड रोवर पर साइबर अटैक के बाद टाटा मोटर्स के शेयरों में लहर

यह गुरुवार टाटा मोटर्स के शेयरों में तीव्र गिरावट देखी गई। 4% की गिरावट के बाद शेयर कीमत टाटा मोटर्स 655.30 रुपये पर आ गई, जबकि पिछली बंद कीमत 682.75 रुपये थी। यह गिरावट निफ्टी 50 इंडेक्स में कंपनी को सबसे बड़ा लूज़र बना गई।

गिरावट का सीधा कारण ब्रिटिश सब्सिडियरी जॅगर लैण्ड रोवर (JLR) पर हुआ ransomware हमला है, जिसका असर लगभग एक महीने से जारी है। 31 अगस्त को मर्सी साइड के हैंलेवूड प्लांट में पहली बार अटैक का संदेह मिला, और 1 सितंबर को पूरी आईटी नेटवर्क को ऑफलाइन कर देना पड़ा।

और अब तक, यूके में सभी JLR उत्पादन इकाइयां अक्टूबर 1, 2025 तक बंद रहने की घोषणा की गई है। चीन में JV ऑपरेशन ही इस समय सामान्य रूप से चल रहा है, बाकी सब स्थिर है।

आर्थिक प्रभाव और भविष्य की चिंताएँ

आर्थिक प्रभाव और भविष्य की चिंताएँ

JLR को इस अटैक से अनुमानित नुकसान £2 बिलियन (लगभग ₹23,864 करोड़) का सामना करना पड़ रहा है। यह आंकड़ा कंपनी के FY25 के कुल लाभ के (₹1.8 बिलियन) से भी अधिक है। कंपनी के पास इस प्रकार के हमले के लिए कोई साइबर इंश्योरेंस नहीं है, इसलिए पूरा वित्तीय बोझ खुद को उठाना पड़ेगा।

रैनसमवेयर के कारण न केवल वाहन उत्पादन रुक गया, बल्कि डीलरशिप, स्पेयर पार्ट्स ऑर्डर, वाहन रजिस्ट्रेशन और पूरी सप्लाई चेन पर असर पड़ा। विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रतिदिन लगभग £50 मिलियन का नुकसान हो रहा है।

टाटा मोटर्स के लिए यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि JLR कंपनी के कुल राजस्व का 70% हिस्सा है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2,43,508.82 करोड़ रुपये है, और 4% गिरावट निवेशकों की गहरी बेचैनी को दर्शाती है।

  • उच्च दैनिक नुकसान (लगभग £50 मिलियन)
  • पूरे यूके उत्पादन स्थगित होकर सप्लाई चेन में व्यवधान
  • जॅगर लैण्ड रोवर की बीमा कमियों के कारण पूर्ण आर्थिक भार टाटा मोटर्स पर
  • भविष्य में संभावित नौकरी छंटनी और बाजार हिस्सेदारी में कमी

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि JLR के पुनरारम्भ में देरी होती रही, तो न केवल वित्तीय नुकसान बढ़ेगा, बल्कि ब्रांड की विश्वसनीयता और ग्राहक विश्वास पर भी असर पड़ेगा। इन स्थितियों को देखते हुए कई निवेशकों ने टाटा मोटर्स के शेयरों को बेचने की कार्रवाई की, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम में अचानक तेज़ी आई।

यह घटना ऑटोमोटिव उद्योग के साइबर सुरक्षा तैयारियों पर भी सवाल उठाती है। जैसे-जैसे कारें कनेक्टेड और डिजिटल होती जा रही हैं, ऐसे हमले का जोखिम भी बढ़ रहा है। अब अन्य वाहन निर्माताओं को अपने सिस्टम की मजबूती को फिर से जांचना पड़ेगा और साइबर अटैक के खिलाफ बीमा कवरेज को भी मजबूती से देखना पड़ेगा।

जैगर लैण्ड रोवर की टीम वर्तमान में अपने सिस्टम को पुनर्स्थापित करने और उत्पादन फिर से शुरू करने के लिए तीव्र प्रयास कर रही है। अगले कुछ हफ्ते इस अटैक के वास्तविक नुकसान का आंकड़ा और कंपनी की पुनर्प्राप्ति रणनीति को स्पष्ट करेंगे, जिससे टाटा मोटर्स के शेयरों की दिशा भी तय होगी।

द्वारा लिखित Sudeep Soni

मैं एक वरिष्ठ पत्रकार हूं और मैंने अलग-अलग मीडिया संस्थानों में काम किया है। मैं मुख्य रूप से समाचार क्षेत्र में सक्रिय हूँ, जहाँ मैं दैनिक समाचारों पर लेख लिखने का काम करता हूं। मैं समाज के लिए महत्वपूर्ण घटनाओं की रिपोर्टिंग करता हूं और निष्पक्ष सूचना प्रदान करने में यकीन रखता हूं।