SUV कीमत बढ़ने का कारण और समाधान
पिछले सालों में SUV की कीमतों में तेज़ी से बढ़ोत्तरी देखी गई है। अगर आप भी नया SUV खरीदने का सोच रहे हैं तो यह लेख आपके काम आएगा। हम बताएंगे कि कीमतें क्यों बढ़ रही हैं, इससे आपके बजट पर क्या असर पड़ेगा और बचत के लिए कौन‑से कदम उठा सकते हैं।
कीमत बढ़ने के मुख्य कारण
सबसे बड़ा कारण है कच्चे माल की महंगाई। इस्पात, एल्यूमीनियम और प्लास्टिक जैसे पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे कार निर्माता को उत्पादन लागत में ज़्यादा खर्च करना पड़ता है। दूसरी ओर, सरकारी नियमों ने एंटी‑कॉर्रोजन और सुरक्षा मानकों को कड़ा कर दिया है, जिससे नई टेक्नॉलॉजी और अतिरिक्त सुरक्षा उपकरणों को शामिल करने की जरूरत पड़ती है।
इंधन की कीमतें भी अप्रत्यक्ष रूप से कार की कीमत को प्रभावित करती हैं। उच्च पेट्रोल‑डिज़ल कीमतों पर लोग अधिक ईंधन‑कुशल या हाइब्रिड/इलेक्ट्रिक SUV की ओर बढ़ते हैं, और निर्माता इन मॉडलों के विकास में ज्यादा निवेश कर रहे हैं। इस वजह से पारम्परिक गैसोलीन SUV की कीमतें भी ऊपर जाती हैं।
डीलर नेटवर्क में एक और पहलू है टैक्स और कस्टम ड्यूटी। आयातित घटकों या पूरी तरह से इम्पोर्टेड कारों पर लागू होने वाले टैरिफ़ को बढ़ाने से कीमतों में सीधा असर पड़ता है। कुछ बड़े ब्रांड अपने कुछ मॉडल भारत में असेंबली करने लगे हैं, लेकिन फिर भी इम्पोर्टेड पार्ट्स की लागत बढ़ी है, इसलिए मूल्य वृद्धि से बचना मुश्किल है।
बजट में SUV कैसे खरीदें
पहला कदम है शोध करना। ऑनलाइन की कीमतें, डीलर की प्रोमोशन और मौसमी ऑफ़र देखें। कई बार साल के अंत में या फेस्टिवल सीजन में विशेष छूट मिलती है, जो 5‑10% तक की बचत दे सकती है।
दूसरा, फाइनेंसिंग विकल्पों को समझें। बैंक लोन, फॉर्म‑फ्लो या डीलर की EMI स्कीम में से सबसे कम ब्याज दर वाला चुनें। अक्सर बैंक की ऑफ़रड रेट डीलर की तुलना में सस्ती होती है, लेकिन प्रोसेसिंग फीस देखें।
तीसरा, पुरानी कार को ट्रेड‑इन करवाएँ। अगर आपके पास पहले से ही कार है, तो उसे डीलर को बेचकर अतिरिक्त राशि जोड़ सकते हैं। यह सीधे नई SUV की डाउन‑पेमेंट को कम कर देता है।
चौथा, वैकल्पिक मॉडल देखें। बाजार में कई छोटे, हल्के SUV आते हैं जो कम इंजन डिस्प्ले और साधारण फीचर पैकेज के साथ आते हैं। वे भी स्टाइलिश होते हैं और कीमत में 2‑3 लाख तक बचा सकते हैं।
अंत में, वारंटी और सर्विस प्लान को नज़रअंदाज़ न करें। कभी‑कभी डीलर अतिरिक्त सर्विस पैकेज मुफ्त में देता है, जिससे दीर्घकालिक रख‑रखाव लागत कम हो जाती है।
सारांश में, SUV की कीमत बढ़ना कई आर्थिक और नियामक कारकों से जुड़ा है, पर सही समय, सही डील और स्मार्ट फाइनेंसिंग से आप अपनी इच्छित कार को बजट में रख सकते हैं। अब जब आप कारण और उपाय दोनों जानते हैं, तो अगली बार कार डीलरशिप जाने से पहले इस गाइड को जरूर पढ़ें।
महिंद्रा एंड महिंद्रा अप्रैल 2025 से अपनी SUVs और कमर्शियल वाहनों के दाम 3% तक बढ़ाएगी। थार, स्कॉर्पियो-एन और XUV700 जैसे मॉडलों पर 15,000 से 45,000 रुपये तक का असर पड़ सकता है। कंपनी ने बढ़ती इनपुट कॉस्ट और कमोडिटी कीमतों को वजह बताया। मारुति, टाटा और ह्युंडई जैसे ब्रैंड भी इसी दौर में कीमतें बढ़ा रहे हैं।
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