भारी बारिश आ सकती है और अक्सर बिना बहुत सूचनाओं के अचानक बिगड़ती है। इससे पानी भर जाना, बिजली कटना और रास्तों का बंद हो जाना आम है। नीचे दिए सुझाव सरल और सटीक हैं — इन्हें पढ़ कर आप घर पर और बाहर सुरक्षित रह सकते हैं।
तुरंत अपनाएं ये कदम
सबसे पहले मौसम अलर्ट देखें: लोकल मौसम ऐप, न्यूज चैनल या आधिकारिक वेबसाइट पर सतर्कता (yellow/orange/red) चेक करें। अगर रेड अलर्ट है तो गैरजरूरी बाहर न जाएं।
बिजली और पानी से सुरक्षा: पानी भरे इलाके में इलेक्ट्रिक उपकरणों को प्लग से निकाल दें। पानी खड़ा होने पर फ्यूज बॉक्स को सूखे ऊँचे स्थान पर रखें। जनरेटर इस्तेमाल करने से पहले वेंटिलेशन और सही कनेक्शन सुनिश्चित करें।
सड़क पर सावधानी: फँसी हुई गाड़ी को खुद निकालने की कोशिश न करें। आधे फुट से अधिक पानी में वाहन चलाना खतरनाक है — इंजन बंद हो सकता है और पानी में धँसने का खतरा रहता है। छोटे निचले रास्तों और अंडरपास से बचें।
स्वास्थ्य और पानी की सुरक्षा: बारिश के बाद पीने का पानी संदिग्ध हो सकता है—पानी उबालें या बोतलबंद उपयोग करें। कटने-छिलने पर संक्रमण का खतरा बढ़ता है, इसलिए घावों को साफ रखें और बाँध दें।
आपातकालीन किट और जरूरी तैयारी
एक छोटी आपातकालीन किट तैयार रखें — टॉर्च (अतिरिक्त बैटरी के साथ), पावर बैंक, प्राथमिक चिकित्सा किट, ड्राई फूड, बोतलबंद पानी (कम से कम 3 दिन के लिए), जरूरी दवाइयाँ, दस्तावेजों की कॉपियाँ वाटरप्रूफ बैग में और नकदी।
घर को सुरक्षित बनाना: ड्रेनेज साफ रखें, छत और नालियों में पत्तियाँ हटाएँ। महत्वपूर्ण सामान ऊँचे स्थान पर रखें। अगर आप बाढ़ वाले इलाके में रहते हैं तो जरूरी वस्तुएँ पहले से ऊँची जगह पर रख दें।
पेट्स और बच्चों का ध्यान: बच्चों और पालतू जानवरों को भी सुरक्षित जगह पर रखें। उनके लिए भी खाने-पीने और दवाइयों का स्टॉक रखें।
कम्युनिकेशन प्लान बनाएं: परिवार के साथ एक मीटिंग पॉइंट तय करें और जरूरी नंबरों की सूची रखें — लोकल आपदा सेवा, नजदीकी अस्पताल और अपने रिश्तेदारों के फोन। फोन चार्ज रखने के लिए पावर बैंक साथ रखें।
स्थानीय मदद चाहिए? स्थानीय प्रशासन और आपदा बचाव टीमों के निर्देश मानें। सोशल मीडिया पर अनौपचारिक जानकारी फैल सकती है—सरकारी स्रोतों को प्राथमिकता दें।
अगला कदम: अगर बाढ़ की संभावना है तो समय रहते ऊँची जगह पर चले जाएँ और पड़ोसियों की मदद करने की कोशिश करें, खासकर बुज़ुर्गों और बच्चों की। छोटे-छोटे कदम सुरक्षा बढ़ा देते हैं।
ये सरल तैयारियाँ और सतर्कता भारी बारिश के दौरान आपकी सुरक्षा और सुविधाओं को बनाए रखने में काफी मदद करेंगी। याद रखें—तुरंत कदम और सही जानकारी ही काम आती है।
केरल में भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी के चलते कई जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। कोझीकोड, पलक्कड़, इडुक्की, अलाप्पुझा, कन्नूर, त्रिशूर, कोट्टायम, और वायनाड प्रभावित जिलों में शामिल हैं। जिलाधिकारी ने सभी शैक्षणिक संस्थाओं के लिए छुट्टी की घोषणा की है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए नारंगी और पीले अलर्ट जारी किए हैं।